चण्डीगढ, 1 अक्तुबर- हरियाणा पुलिस ने गुडगांव में तीन शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। इन चोरों से पुलिस ने चोरी की 5 अल्टो गाडियां भी बरामद करने में सफलता हासिल की है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गत 28 सितंबर, 2016 को पुलिस को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि वाहन चोरी की वारदातों को अन्जाम देने वाले शातिर वाहन चोर सोहना रोड सैक्टर-56 रेड लाईट पर किसी चोरी की वारदात को अन्जाम देने की फिराक में खडे है। जिस सूचना पर इनको पकडने के लिए पुलिस टीम गठित करके आरोपियों को पकडने के लिए पुलिस टीम को रवाना किया गया, जहां पहुंकर पुलिस टीम ने सोहना रोड सैक्टर-56 रेड लाईट के पास से दो व्यक्तियो को काबू किया। जिन्होने पूछताछ के दौरान अपना नाम व पता इलियास पुत्र दीनमोहम्मद निवासी धुनेला थाना भोंडसी गुडगांव और ताहिर पुत्र अयूब निवासी धुनेला थाना भोंडसी गुडगांव बताया।
उन्होंने बताया कि इनसे पूछताछ के दौरान पता चला कि इसका एक अन्य साथी भी इनके साथ चोरी की वारदतो में शामिल रहा है जिसके बारे में पता करके सोहना से काबू किया जिसने अपना नाम व पता संतोष पुत्र नरेश निवासी नजदीक एसबीआई शाखा, धोबी नाला जिला दीमापुर नागालैंड का रहने वाला है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इनके विरूद्ध भादसं की धारा 379, 476, 411 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
पूछताछ करने के दौरान इनके कब्जा से चोरी की गई 5 अल्टो गाडियां बरामद हुई, जिनमें से 3 अल्टो गाडियां ताहिर से 1 गाडी इलियास से तथा एक अल्टो गाडी संतोष से बरामद की गई। इनके कब्जा से एक बंद बॉडी ट्राला भी बरामद किया गया। पूछताछ पर इन्होने बताया कि गाड़ी चोरी करने के बाद ये लाग गाडी पर अंकित इंजन नम्बर, चेसिस नम्बर मिटा देते थे तथा उसके असली रजिस्ट्रेशन नम्बर को भी हटा देते थे। इन गाडियों पर ये लोग पुरानी गाडियों का इंजन नम्बर, चेसिस नम्बर व रजिस्ट्रेशन नम्बर लिखकर तथा उन्ही नम्बरो की आरसी के द्वारा ट्रेला में लोड करके नागालैण्ड व उतर पूर्वी प्रदेशों में भेज देते थे। वहां पर मौजुद इनके सम्पर्क में रहे लोग इन गाडियों को वहां बेच देते थे। इस प्रकार चोरी की गाडी को असली बनाकर बेचकर ये लोग भारी मुनाफा कमा रहे थे।
प्रवक्ता ने बताया कि इन्होने यह भी बताया कि उन प्रदेशों मे अल्टो गाडियों की ही ज्यादा मांग थी इसलिए अल्टो गाडी ही चोरी करके वहां भेजते थे। इनसे इनके अन्य सम्पर्क सूत्रों के बारे पता किया जा रहा है तथा यह भी पता किया जा रहा है कि अब तक ये लोग कितनी गाडियों को इस प्रकार चोरी करके बेच चुके है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गत 28 सितंबर, 2016 को पुलिस को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि वाहन चोरी की वारदातों को अन्जाम देने वाले शातिर वाहन चोर सोहना रोड सैक्टर-56 रेड लाईट पर किसी चोरी की वारदात को अन्जाम देने की फिराक में खडे है। जिस सूचना पर इनको पकडने के लिए पुलिस टीम गठित करके आरोपियों को पकडने के लिए पुलिस टीम को रवाना किया गया, जहां पहुंकर पुलिस टीम ने सोहना रोड सैक्टर-56 रेड लाईट के पास से दो व्यक्तियो को काबू किया। जिन्होने पूछताछ के दौरान अपना नाम व पता इलियास पुत्र दीनमोहम्मद निवासी धुनेला थाना भोंडसी गुडगांव और ताहिर पुत्र अयूब निवासी धुनेला थाना भोंडसी गुडगांव बताया।
उन्होंने बताया कि इनसे पूछताछ के दौरान पता चला कि इसका एक अन्य साथी भी इनके साथ चोरी की वारदतो में शामिल रहा है जिसके बारे में पता करके सोहना से काबू किया जिसने अपना नाम व पता संतोष पुत्र नरेश निवासी नजदीक एसबीआई शाखा, धोबी नाला जिला दीमापुर नागालैंड का रहने वाला है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इनके विरूद्ध भादसं की धारा 379, 476, 411 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
पूछताछ करने के दौरान इनके कब्जा से चोरी की गई 5 अल्टो गाडियां बरामद हुई, जिनमें से 3 अल्टो गाडियां ताहिर से 1 गाडी इलियास से तथा एक अल्टो गाडी संतोष से बरामद की गई। इनके कब्जा से एक बंद बॉडी ट्राला भी बरामद किया गया। पूछताछ पर इन्होने बताया कि गाड़ी चोरी करने के बाद ये लाग गाडी पर अंकित इंजन नम्बर, चेसिस नम्बर मिटा देते थे तथा उसके असली रजिस्ट्रेशन नम्बर को भी हटा देते थे। इन गाडियों पर ये लोग पुरानी गाडियों का इंजन नम्बर, चेसिस नम्बर व रजिस्ट्रेशन नम्बर लिखकर तथा उन्ही नम्बरो की आरसी के द्वारा ट्रेला में लोड करके नागालैण्ड व उतर पूर्वी प्रदेशों में भेज देते थे। वहां पर मौजुद इनके सम्पर्क में रहे लोग इन गाडियों को वहां बेच देते थे। इस प्रकार चोरी की गाडी को असली बनाकर बेचकर ये लोग भारी मुनाफा कमा रहे थे।
प्रवक्ता ने बताया कि इन्होने यह भी बताया कि उन प्रदेशों मे अल्टो गाडियों की ही ज्यादा मांग थी इसलिए अल्टो गाडी ही चोरी करके वहां भेजते थे। इनसे इनके अन्य सम्पर्क सूत्रों के बारे पता किया जा रहा है तथा यह भी पता किया जा रहा है कि अब तक ये लोग कितनी गाडियों को इस प्रकार चोरी करके बेच चुके है।
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