राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी फेयर का उद्घाटन करेंगे: इजरायज के राष्ट्रपति होंगे गेस्ट ऑफ ऑनर

चंडीगढ़, 18 नवंबर, 2016: भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के उपाध्यक्ष और भारती इंटरप्राइजिज के वाइस चेयरमैन श्री राकेश भारती मित्तल ने आज भारत के प्रीमियर एकीकृत कृषि मेले, सीआईआई एग्रो टैक 2016 के 12वें सत्र की मेजबानी की घोषणा की। प्रमुख उद्योग संगठन सीआईआई द्वारा सीआईआई एग्रो टैक 2016 का आयोजन परेड ग्राउंड, सेक्टर 17, चंडीगढ़ में 19 से 22 नवंबर, 2016 तक किया गया है। सीआईआई एग्रो टैक 2016, भारत का एक प्रीमियम कृषि तकनीकी और कारोबारी फेयर हैं जिसमें इस साल 92 घरेलू प्रतिभागी और बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भी उपस्थिति दर्ज करवा रही हैं। इस साल दुनिया भर के 13 देशों द्वारा और 47 अंतरराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा अपने स्टॉल लगाए जा रहे हैं। 

पंजाब और हरियाणा, इस चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी के मुख्य मेजबान होंगे और मध्य प्रदेश और गुजरात सहभागी राज्य हैं। इजरायल इस साल सीआईआई एग्रो टैक 2016 सहभागी देश है। केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय,  कृषि एवं प्रसंस्करण खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार सीआईआई एग्रो टैक 2016 के सहभागी मंत्रालय हैं। 

आज यहां मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए श्री राकेश भारती मित्तल, उपाध्यक्ष, सीआईआई और वाइस चेयरमैन, भारती इंटरप्राइजिज ने कहा कि ‘‘ सीआईआई एग्रो टैक 2016 का ये 12वां सत्र, कृषि और संबंधित क्षेत्रों की सहभागिता वाला सबसे बड़ा आयोजन है। मुझे आपको ये बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि 1994 से जारी एग्रो टैक के इतिहास में ये पहली बार है कि दो राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी, भारत के माननीय राष्ट्रपति और इजरायल के राष्ट्रपति माननीय श्री रियूवन रिवलिन एक साथ रविवार को आएंगे और सीआईआई एग्रो टैक 2016 का उद्घाटन करेंगे। उनकी उपस्थिति और 13 सहभागी देशों के साथ सीआईआई एग्रो टैक 2016, वास्तव में एक अंतरराष्ट्रीय मंच बन गया है जो कि कृषि क्षेत्रों में विकास को दर्शाएगा। इस दौरान भारत में कृषि और फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र के बढ़ते महत्व को उभारा जाएगा और साथ ही ये तथ्य भी स्थापित होगा कि सीआईआई एग्रो टैक 2016  अब एक वैश्विक मंच बन गया है।’’

उन्होंने कहा कि सीआईआई ने सीआईआई एग्रो टैक 2016 के लिए एक विशेष थीम बिल्डिंग ‘ग्लोबल कम्पीटीटिवनेस’ को भी अपनाया है जो कि सीआईआई के राष्ट्रीय लक्ष्य के अनुरूप है। ‘बिल्डिंग नेशनल कम्पीटीटिवनेस’ से भारत की क्षमताओं का विकास होगा। उन्होंने कहा कि इस साल सीआईआई एग्रो टैक 2016 में सीआईआई कृषि में तकनीक के उपयोग पर विस्तृत आधार पर ध्यान केन्द्रित कर रहा है। 

केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय एग्रो फेयर के सहभागी मंत्रालय हैं। पंजाब और हरियाणा मेजबान राज्य हैं। मध्य प्रदेश और गुजरात सहभागी राज्य हैं और पूरे देश के 15 राज्यों से विभाग और कंपनियां  सीआईआई एग्रो टैक 2016 में प्रदर्शक के तौर पर शामिल हो रहे हैं। 

श्री मित्तल ने बताया कि ‘‘अंतरराष्ट्रीय सहभागिता पर हम बेहद उत्साहित हैं और हमें गर्व है कि इजरायल, सहभागी देश हैं और कैनेडा एवं जर्मनी फोकस कंट्रीज हैं और ग्रेट ब्रिटेन गेस्ट कंट्री है। एग्रो टैक के 12वें सत्र में 13 देशों की 47 विदेशी कंपनियां भी सहभागिता कर रही हैं जो कि कैनेडा, चीन, डेनमार्क, जर्मनी, इजरायल, इटली, मलेशिया, साउथ अफ्रीका, स्पेन, द नीदरलैंड्स, तुर्की, यूके, अमेरिका से हैं। इस प्रकार ये पूरा आयोजन एक वैश्विक नेटवर्क बन जाता है।’’

उन्होंने बताया कि कृषि क्षेत्र में नए उभार और वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को प्रोत्साहित करने पर केन्द्रित एक अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की जा रही है। इसमें कृषि में भारत-कैनेडा सहभागिता: अपार संभावनाओं को वास्तविकता में बदलना, भारत-इजरायल राउंडटेबल ऑन प्रीसीजन एग्रीकल्चर भी होंगे। इसमें तेल अवीव यूनिवर्सिटी और वॉलकेनी सेंटर से 7 डेलीगेट्स शामिल होंगे। वे बताएंगे कि कैसे भारत इजरायली तकनीक और विशेषज्ञता से लाभ प्राप्त कर सकता है। जर्मनी के साथ एक तकनीकी वर्कशॉप भी होगी जिसमें ‘सुगठित स्ट्रॉ प्रबंधन की चुनौतियां और समाधान’ पर चर्चा की जाएगी। वहीं अफ्रीका की व्यापक कृषि संभावनाओं को वास्वकिता में बदलने से महिला सशक्तिकरण पर भी सेशन होंगे। 

एग्रो टैक 2016 के बारे में जानकारी देते हुए सुश्री रूमझुम चैटर्जी, चेयरपर्सन, सीआईआई, नॉर्दर्न रीजन ने बताया कि ‘‘सीआईआई एग्रो टैक आयोजन के इस सत्र के माध्यम से किसान समुदाय के लिए एक ऐसा सांझा मंच तैयार किया गया है जिस पर वे उद्योगों के साथ सहभागिता करते हुए कृषि में नई तकनीकों को जानने, सीखने और अपनाने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। इससे वे अपनी फसल का उत्पादन बढ़ाने और साथ ही ग्रामीण आय बढ़ाने में भी सहायता प्राप्त कर सकते हैं।  इस साल सीआईआई एग्रोटैक 2016 में बड़ी संख्या में घरेलू सहभागिता के साथ ही फूड प्रोसेसिंग और कृषि क्षेत्र में कार्यरत अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भी बड़ी संख्या में शामिल हो रही हैं। हमने इस साल कई थीम आधारित कॉन्फ्रेंस और देश आधारित सत्रों को भी आयोजित किया है, जिनसे भारतीय कृषि क्षेत्र में क्षमता निर्माण निर्मित करने पर ध्यान केन्द्रित किया जा सकेगा।’’ 

सुश्री चैटर्जी ने कहा कि सीआईआई ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य पर केन्द्रित एक परिचर्चा भी आयोजित की है। इसका उद्देश्य एक ऐसी योजना को तैयार करना है जिस पर स्पष्ट अमल करते हुए सभी अंशधारकों को काम पर लगाया जाए ताकि वे माननीय प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुसार अगले 5 सालों में किसानों की आय को दोगुना किए जाने का लक्ष्य हासिल किया जा सके। 

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