संगरूर, 27 नवंबर: पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने दिन-दिहाड़े नाभा जेल को तोड़े जाने के पीछे बादल सरकार की रजामंदी होने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा है कि इस घटना ने राज्य में कानून व व्यवस्था की स्थिति का पूरी तरह से भंडाफोड़ कर दिया है, जिसने विधानसभा चुनावों से पहले आतंकवाद के दोबारा सिर उठाने का डर पैदा कर दिया है।
कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि हैरानीजनक है कि किस प्रकार गैंगस्टर अति सुरक्षा वाली जेल में आए और एक खंूखार खालिस्तानी आतंकी को अन्य कैदियों के साथ फरार करवाकर ले गए, जो उच्च स्तर पर मिलीभगत की ओर इशारा करता है।
इस क्रम में अपने रोड शो के दूसरे पड़ाव के दूसरे दिन पत्रकारों से बातचीत करते हुए कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि बादल शासन व खासकर विधानसभा चुनाव नजदीक आते हुए, राज्य के अंदर कानून व व्यवस्था बेहद बिगड़ चुकी है।
कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि 10 आतंकवादी केसों में आरोपी खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स (के.एल.एफ) के प्रमुख हरमिंदर सिंह मिंटू को छुड़ाना साफ इशारा करता है कि यह सीमापार की ओर से पंजाब में दोबारा आतंकवाद पैदा करने हेतु किया गया प्रयत्न है, जिन्होंने चुनावों से पहले राज्य में आतंकी हमलों और अन्य हिंकस घटनाओं को लेकर डर जताया है।
कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि प्रतीत होता है कि पुलिस का वेश धारण किए हुए गैंगस्टर निडरतापूर्वक जेल में गए और बिना रोके मिंटू को अन्यों के साथ छुड़ाकर फरार हो गए, जो सभी खूंखार गैंगस्टर हैं और यह स्पष्टतौर पर उच्चस्तरीय अथॉरिटीज की मिलीभगत से पूर्व नियोजित साजिश थी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने उक्त घटना को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि खालिस्तानी आतंकवादियों को सीमापार लाहौर से पाकिस्तान सरकार से समर्थन मिलता है, जो पंजाब में अशांति पैदा करने के लिए मौके का इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने बादल सरकार पर राष्ट्र के दुश्मनों के हाथों में खेलने और आतंकियों को इतनी आसानी से अति सुरक्षा वाली जेल से भागनेे का रास्ता देते हुए, हालातों को बिगडऩे देने का आरोप लगाया है।
कैप्टन अमरेन्द्र ने जोर देते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं न सिर्फ पंजाब के हितों के लिए हानिकारक हैं, बल्कि पुलिस का मनोबल भी गिराती हैं, जिसका बादल शासन में पूरी तरह से राजनीतिकरण हो चुका है।
उन्होंने ऐसी घटनाओं को दोबारा होने से रोकने के लिए राज्यभर में सुरक्षा व्यवस्था कठोर किए जाने व मिंटू और अन्य गैंगस्टरों को पकडऩे के लिए सख्त उपाय करने की मांग की है।
मिंटू को 2014 में नई दिल्ली में काबू किया गया था, जो सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह पर 2008 में हुए हमले का मास्टर माइंड होने का आरोपी है, और उस पर 2010 में हलवारा एयरफोर्स स्टेशन पर आई.ई.डी बम लगाने में कथित तौर पर शामिल होने का भी आरोप है।
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