
ये उद्गार हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने प्रकट किए। वे आज पलवल में आयोजित वार्षिक उत्सव को बतौर मुख्यतिथि संबोधित कर रहे थे। श्री सोलंकी ने सरस्वती शिक्षण संस्थान के संस्थापक स्व. श्री लखनपाल मंगला की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि नागरिकों के अंदर अपने देश के प्रति समर्पण की भावना होनी चाहिए, जो शिक्षा से आती है। उन्होंने कहा कि एक महिला के बिना समाज व परिवार की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। लेकिन उसके लिए बेटियों का सुशिक्षित होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यही बीड़ा देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उठाया है, जिसकी आज पूरे देश में लहर है और समाज में बेटियों को बचाने व पढ़ाने के प्रति क्रांति आई है।
श्री सोलंकी ने कहा कि मात्र भौतिक प्रगति से देश की प्रगति संभव नहीं है। सबसे बड़ी जरूरत है कि देश के नागरिक कैसें हैं। उन्होंने कहा कि नागरिकों को अपने राष्ट्र के प्रति ईमानदार व देशभक्ति भावना से पूर्ण होना जरूरी है। देश को दानव की नहीं मानव की जरूरत है और शिक्षा मनुष्य को इंसान बनाती है। उन्होंने कहा कि एक बेटी पूरे परिवार को सही रखती है। उन्होंने कहा कि बेटियों से ही मां का स्वरूप बनता है और एक मां के बिना परिवार की कल्पना नहीं की जा सकती, जिससे समाज बनता है। उन्होंने कहा कि संसार में सबकुछ मिलना संभव है, लेकिन मां नहीं मिल सकती। यदि बेटियों को नहीं बचाया तो मां कहां से लाएंगे। इसलिए समाज के लिए बेटियों का सुशिक्षित व संस्कारवान होना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि स्व. श्री लखनपाल मंगला द्वारा यहां पर शिक्षा के क्षेत्र में वर्ष 1962 में रखी गई नींव हम सभी के सपनों को साकार कर रही है। सरस्वती शिशु मंदिर प्रबंधन समिति के चेयरमैन एवं अतिरिक्त महाधिवक्ता अतुल मंगला ने कहा कि उनका हर संभव प्रयास रहता है कि इस संस्थान में लड़कियों को शिक्षा से संबंधित सभी सुविधाएं मिलें। उन्होंने बताया कि सरस्वती शिक्षण संस्थान के कॉलेज में लॉ की पढ़ाई भी शुरु हो जाएगी, जिसकी मान्यता सरकार से मिल चुकी है। समारोह को मुख्यमंत्री के राजनैतिक सचिव दीपक मंगला ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह कॉलेज पूरे क्षेत्र में लड़कियों को उच्च शिक्षा मुहैया करवाने में बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है। इस कॉलेज की छात्राएं जिले व प्रदेश में नहीं बल्कि पूरे देश में शिक्षा, खेल व सांस्कृतिक मामलों में नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने दीपावली के पर्व में सभी से अमर शहीदों के नाम पर एक दीपक जलाने का आह्वान किया।
राज्यपाल श्री सोलंकी ने दीक्षा वशिष्ठ तथा दीपमाला को सर्वश्रेष्ठ छात्रा के अवार्ड से नवाजा। समारोह में कॉलेज स्टाफ सदस्यों को भी सम्मानित किया गया। कॉलेज प्रबंधन समिति की तरफ से राज्यपाल श्री सोलंकी को शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। कॉलेज की प्राचार्य श्रीमती अल्का गुप्ता ने शिक्षण संस्थान की गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
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