Chandigarh 29th March 2017 :  आज इन्दिरा कालेानी मनीमाजरा के खुले मैदान में सन्त निरंकारी समागम का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता राजपुरा से आऐ प्रचारक श्री हाकॅम चन्द जी ने की। इस समागम में वक्ता और गीतकरो ने निरंकारी सतगुरू माता सविन्दर हरदेव सिंह जी महाराज द्वारा प्रदान किया जा रहा ब्रह्मज्ञान व इन्सानियत, प्यार, करूणा, दया, सहनशीलता, विश्वभाईचारा आदि गुणों को अपनाने के लिए दी जा रही शिक्षाओं के प्रति अपने भाव व्यक्त किए । हर मानव के जीवन में ज्ञान का सबेरा हो, हर मानव के जीवन में षान्ति का बसेरा हो, इस अवसर पर हज़ारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए श्री हाकॅम चन्द जी ने कहा कि ईष्वर एक है, सर्वत्र है, निराकार है, बेअन्त है, तथा अनादिकाल है यह जानने योग्य है।
मानव अगर जाति- पाती  वर्ण -आश्रम के भेद भाव से उपर उठकर मानवता के गुणों को जीवन में  अपनाकर अत्यामिकता की ओर कदम बढायें तो वे दिन-प्रति-दिन मन्जिल के नज़दीक पहुंचते जायेंगे और  संसार के लिए वरदान साबित होंगे और आगे उन्होने प्रेरणा देते हुए कहा कि बड़े होकर हमारे मनों में बच्चों जैसा भाव हो अर्थात बच्चों की तरह हमारे मनों में जात-पात व भाषा आदि के आधार पर कभी भी किसी के प्रति वैर, ईष्र्या, द्वैष का भाव पैदा न हो, अन्दर व बाहर से अर्थात मन वचन कर्म से हमारा जीवन एक हो तथा प्रभु प्रेमी वही कहलाता है, जो प्रभु के बन्दो से प्रेम करता है ।

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