संत समाज के लिए होते हैं आईना, भय को दूर कर विश्वास पैदा करते हैं संत
कृषि मंत्री धनखड़ ने किया संत गरीबदास त्रिशती कार्यक्रम का शुभारंभ
-संत गरीबदास की वाणी को आत्मसात करने पर दिया बल
बहादुरगढ़, 5 मई
किसी भी समाज के लिए संत आईना होते हैं। संतों की वाणी से समाज में व्याप्त बुराइयां दूर होती हैं और मन का भय विश्वास से दूर होता है। वर्तमान हरियाणा सरकार भी ऐसे संतों के समाज हित के उपदेशों के अनुरूप काम कर रही है, ताकि आज जनता को फायदा हो। ये उद्गार हरियाणा के कृषि मंत्री ओपी धनखड़ ने व्यक्त किए। वे गांव छुडानी धाम में स्थित श्री छतरी साहिब मंदिर परिसर में शुक्रवार से संत गरीबदास जी के 300 साला कार्यक्रम का शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे। हरियाणा सरकार में कृषि एवं पंचायत विकास मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने मंदिर परिसर में पहुंचकर संत गरीबदास महाराज को मत्था टेकने के बाद मंदिर परिसर में लगे रक्तदान शिविर का भी उद्घाटन किया।
कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर मुख्यातिथि कृषि मंत्री धनखड़ ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार संत महापुरूषों के दर्शाए मार्ग पर आगे बढ़ रही है जो हर वर्ग के हितों के लिए कल्याणकारी फैसले ले रही है। उन्होंने कहा कि संत महात्माओं की वाणी जीवन में आगे बढने की सीख देती है। संत महात्माओं का दुनिया में अतुलनीय योगदान है। समाज हित का उद्देश्य लेकर प्रदेश सरकार की ओर से कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा संत महात्माओं की शिक्षाओं का पूर्णतया अनुसरण किया जा रहा है। गौ संरक्षण-गौ संवर्धन कानून पारित करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य बना है और यह कदम संत महात्माओं की शिक्षा के अनुसार ही सरकार ने उठाया है। उन्होंने अतीत में संत गरीबदास जी की ओर से मुगल शासन के दौरान गौ संरक्षण संबधी संदर्भ का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि उस समय संत गरीब दास ने गाय संरक्षण और किसान की मदद की बात उठाई थी। इसी प्रकार अन्य संतों के उपदेश भी प्रासंगिक होते हैं। आज हरियाणा सरकार ने देश का सर्वाधिक मजबूत कानून गौसरंक्षण के लिए बनाया। इसी प्रकार जब भी किसान को मदद की आवश्यकता हुई, सरकार उसके लिए आगे आई।
धनखड़ ने कहा कि मानवता धर्म को समझते हुए जिस प्रकार संत महात्माओं ने संदेश दिए हैं उसी अनुरूप प्रदेश में सरकार की ओर से सकारात्मक कदम बढ़ाए गए हैं। मौजूदा प्रदेश सरकार की ओर से ढाई साल के कार्यकाल में किसानों के सच्चे हितैषी होने का प्रमाण ओलावृष्टि व सफेद मक्खी से हुए किसान को नुकसान की भरपाई के रूप में 2200 करोड़ रूपए का मुआवजा देकर किया है। मुआवजे की यह राशि मौजूदा सरकार से पूर्व 15 साल की तीन सरकारों के कार्यकाल में किसानों को दी गई मुआवजा राशि से अधिक है।उन्होंने कहा वहीं देश के इतिहास में हरियाणा पहला ऐसा राज्य है जहां किसानों की फसल में आगजनी पर 12000 रूपए प्रति एकड़ राहत राशि प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि संत व्यापक रूप से सोचते हैं और संतों की वाणी विचारों को नियंत्रित करती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश दूध में नंबर वन बने इसके लिए हमनें संकल्प लिया है और उसे पूरा करेंगे। इसी के चलते सरकार की ओर से दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने वाले स्रोत में पूरा सहयोग दिया जा रहा है। गाय व भैंस के पालन आदि पर सरकार की ओर से अनुदान राशि भी पशुपालकों को दिए जाने का प्रावधान है।
कृषि मंत्री धनखड़ ने संत गरीबदास जी के 300 साला कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर हरियाणा ग्रंथ अकादमी की ओर से प्रकाशित एवं लेखक डा.ज्ञान चंद शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक आचार्य गरीबदास एवं उनकी वाणी का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि इस साल में संत गरीबदास की 300 वाणी को भी एक मुहिम के तौर पर जन-जन तक पहुंचाया जाए ताकि सामाजिक सद्भाव का संदेश आमजन तक इस एक साल में पहुंचे। उन्होंने कार्यक्रम में दिव्यांगों के लिए व्हील चेयर, कानों के लिए सुनने वाली मशीन, सिलाई मशीनें भी जरूरतमंदों को वितरित की। श्री धनखड़ ने संत गरीबदास धाम के लिए 11 लाख रूपए की राशि ऐच्छिक कोष से देने की घोषणा भी की।
आचार्य गद्दीनशीन महन्त दयासागर ने मुख्यातिथि
धनखड़ का स्वागत करते हुए कहा कि संत गरीबदास के अनुयायी आज पूरी दुनिया में है और उनके दिखाए मार्ग पर आगे बढ़ते हुए वे समाज हित की सोच को सार्थक कर रहे हैं। संत गरीबदास फाउंडेशन के अध्यक्ष आनन्द सागर ने साल भर चलने वाले कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 4 मई 2018 तक चलने वाले इस कार्यक्रम में गरीबदास साहिब की वाणी के 1008 अखण्ड पाठ के साथ-साथ हवन-यज्ञ, भण्डारे व कई प्रकार के धार्मिक अनुष्ठानों के अलावा योग-शिविर, विशाल निरूशुल्क चिकित्सा शिविर, बल्ड डोनेशन कैम्प, गौरक्षा सम्मेलन, ज्ञान-गोष्ठी, विशाल खेल आयोजन, शोभा यात्राएं, निरूशुल्क सामूहिक विवाह आदि जनहित के कार्य सालभर में विभिन्न स्थानों पर किए जाएंगे।
Post a Comment