वर्तमान के सादगी भरे जीवन में चिकित्सक, गायक और राष्ट्रीय खिलाड़ी की भूमिका निभा रहें डॉ प्रदीप भारद्वाज
शौक का कोई मोल नही होता यह तो दिल की आवाज है: डॉ प्रदीप भारद्वाज

चंडीगढ़ 7 अक्टूबर 2017: सभी से मेल मिलाप रखने और सादगी भरे जीवन में एक प्रभावी चिकित्सक, गायक और राष्ट्रीय खिलाड़ी की भूमिका को अदा करने वाले पंचकूला के डॉ प्रदीप भारद्वाज ने अपनी पहली एल
बम ‘मेरे सनम’ का टाइटम गाने का वीडियो आज सेक्टर 27 स्थित चंडीगढ़ प्रैस क्लब में लांच किया गया। जो कि बहुत ही खुबसूरती के साथ फिल्माया गया है। वीडियों लांच के दौरान उनके साथ उनकी एलबम के प्रसिद्ध संगीत निर्देशक सुखपाल सुख, वीडियो डायरेक्टर रिम्पी प्रिंस, लिरीक्सट सुभाष शर्मा और मिक्स मास्र्टड रजनीश शर्मा तथा ज़ी म्यूजिक से अनुप कुमार भी उपस्थित थे। ज़ी म्यूजिक द्वारा प्रेजैंटस डॉ भारद्वाज की इस एलबम का टाइटल गाना 7 अक्टूबर को यू टयूब और ज़ी टीवी के दो चैनल जिंग व ज़ेडईटीवी पर प्रसारित किया जायेगा।

‘मेरे सनम’ एलबम में कुल चार गाने हैं सभी रोमेंटिंग गाने है। इन गानोंं में खुशियों, प्यार और सकारात्मकता पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। जिनमें ‘मर हब्बा’, ‘ तौबा तौबा’, ‘ जिंदगी में एक बार मिलता है प्यार’, सभी गानों को खुद डॉ प्रदीप भारद्वाज ने गाया है। इन गानों के संगीत निर्देशक सुखपाल सुख है जिन्होंने कई पंजाबी एलबमस में गीतोंं का निर्देशन किया है। पंजाबी व बॉलीवुड के प्रसिद्ध वीडियो डायरेक्टर रिम्पी प्रिंस है। गाने के बोल (लिरीक्स) सुभाष शर्मा जिनके लिखे गाने कई बॉलीवुड सिंगर गा चुके है और मिक्स मास्टर्ड रजनीश शर्मा जोकि बॉलीवुड के कई हिट गानों के मिक्स मास्टर्ड हैं, ने किया है।

व्यसायिक तौर से एमबीबीएस डॉक्टर प्रदीप भारद्वाज जिन्हें एलर्जी विषय में महाराथ प्राप्त है। संगीत की दुनिया में कई नामी हस्तियों के साथ स्टेज परफॉम कर चुके हैं। जिनमें गोल्ड मैन सुपर सिंगर बप्पी लहरी, संगीतकार उत्तम सिंह, म्यूजिक डायरेक्टर रवि का नाम आता है। वे भारत के विभिन्न प्रतिष्ठ मंचों पर नामी हस्ति गायकों के गाने भी गा चुके है जिनमें किशोर कुमार, मोहम्मद रफी का नाम शामिल है। इतना ही नही उनका स्टार अभिनेता अभिताभ बच्चन और अभिनेता धर्मद्र, अभिनेत्री आशा पारेख जैसे कई नामी हस्तियों से अच्छा मेलजोल है।

1983 बैंच के एमबीबीएस पास डॉ प्रदीप भारद्वाज का नाम गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में भी शामिल है।

डॉक्टर प्रदीप भारद्वाज वे एक सफल डॉक्टर होने के साथ साथ बैडमिंटन के राष्ट्रीय स्तर के कुशल खिलाड़ी भी हैं। उन्हें बैडमिंटन खिलाड़ी के रूप में अनेक मंचों पर सम्मानित किया जा चुका है।

पत्रकारों से बातचीत में डॉ भारद्वाज ने कहा कि संगीत का शौक उन्हें बचपन से ही था जो कि भविष्य में भी इस तरह बरकरार रहेगा। उन्होंने बताया कि 5 वर्ष की आयु में उनके किरायदार पंडित लक्ष्मीकांत जो कि संगीत के धनी वे संगीत के शिक्षाविद् थे, का संगीत सुनते थे। धीरे धीरे उनमें भी संगीत से लगाव हो गया और उन्होंने पंडित लक्ष्मीकांत से संगीत की शिक्षा लेनी शुरू कर दी। जिसके पश्चात निरंतर संगीत का अभ्यास किया। उन्होंने बताया कि जब वे 10वीं कक्षा में थे तो एक राष्ट्रीय स्तर के संगीत सम्मेलन में उन्हें गायन का मौका मिला और उनका बढिय़ा प्रदर्शन श्रोताओं को खूब भाया जिसके चलते उन्हें इस सम्मेलन में सर्वप्रथम 11,000 की धनराशि के साथ नवाजा गया। तथा जीटीवी एक्सिलेंस इन वॉकल सिंगिंग के प्रशिस्त पत्र से नवाजा गया। जिसके बाद उन्होंने देश के विभिन्न मंचों पर संगीत की अतुलीय प्रदर्शन कर श्रोताओं से सरहाना बटौरी।
उन्होंने कहा शौक का कोई मोल नही होता यह तो दिल की आवाज है, भावना है जो सभी के तन मन मतिष्क में होती है, लेकिन इसे पूरा करना सब के बस की बात नही। इसके लिये जनून पैदा किया जाता है और शौक अपने आप हो जाता है। उन्होंने बताया कि वे सुर संगम नाम से एक एनजीओ को भी संचालित कर रहे हैं। जिसमें नये उभरते संगीत कलाकारों को संगीत से जुडने का मौका दिया जाता है। उन्होंने बताया कि जल्द ही उनके सभी गानों की वीडियों भी प्रसारित किये जायेगे।

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