मोहाली (प्रवेश फरण्‍ड)  



आर्यन्स कॉलेज ऑफ़ लॉ, राजपुरा, नियर चंडीगढ़ ने मानवाधिकार दिवस मनाने के लिए, ‘स्टैंड अप फार ह्यूमन राइट्स’ पर एक आनलाईन  वेबिनार का आयोजन किया। न्यायमूर्ति इकबाल अहमद अंसारी, पूर्व मुय न्यायाधीश, उच्च न्यायालय, पटना, पंजाब राज्य मानवाधिकार आयोग के  मुय वक्ता थे। डॉ अंशु कटारिया, अध्यक्ष, आर्यन्स ग्रुप ने वेबिनार की अध्यक्षता की।

न्यायमूर्ति अंसारी ने छात्रों के साथ बातचीत करते हुए इस दिन 1948 के  यूनिवर्सल डिक्लेरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स (यूडीएचआर) के सभी 30 लेखों को समझाया। उन्होंने यूडीएचआर के इतिहास और सदस्य राज्यों की यात्रा और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून के तहत मानव अधिकारों की सुरक्षा के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष इस दिन का विषय कोविड-19 महामारी से संबंधित है और यह मानवाधिकार को सुनिश्चित करने के लिए बेहतर निर्माण करने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करता है।

उन्होंने आगे कहा कि इस विश्व संकट मे गरीबी, असमानताओं, संरचनात्मक और सघन भेदभाव ने मानव अधिकारों के संरक्षण पर गहरा प्रभाव डाला है। केवल इन अंतरालों को बंद करने और मानवाधिकारों को आगे बढ़ाने के उपायों से ही हम इस दुनिया से एक ऐसी दुनिया मे उबर सकते हैं जो बेहतर और अधिक न्यायसंगत और टिकाऊ है।

यह उल्लेखनिय है कि अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस प्रतिवर्ष 10 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के पीछे मुय उद्देश्य लोगों के शारीरिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक कल्याण में सुधार करना है।


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