- मिल्खा सिंह ने ऑनलाइन वर्कशॉप 'रोग प्रतिरोधक क्षमता और ताकत सर्वश्रेष्ठ उपाय ' के तहत दिया उत्साहजनक भाषण
चंडीगढ़ (प्रवेश फरण्ड )
प्रसिद्ध शख्सियत मिल्खा सिंह ने एक ऑनलाइन वर्कशॉप में कहा - 'हाथों की लकीरों से जिंदगी नहीं बदलती। बगैर कठोर परिश्रम, समर्पण और इच्छा शक्ति के कोई भी अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकता है। कोई भी कुछ भी बन सकता है, बशर्ते वह इच्छा शक्ति और साहस के साथ आगे बढ़े। ' पूर्व ट्रेक एवं फील्ड एथलीट, और पद्मश्री से सम्मानित, मिल्खा सिंह ने एक प्रेरणादायी भाषण दिया और युवाओं के साथ अपनी जिंदगी के कुछ खास पलों का जिक्र किया। वह विद्यादान ऑनलाइन प्लेटफार्म पर एक खास ऑनलाइन वर्कशॉप में बोल रहे थे। इम्युनिटी एवं स्ट्रेंग्थ ही अल्टीमेट उपाय है, इस विषय पर एक ऑनलाइन वर्कशॉप का आयोजन विद्यादान ने स्पोटर््स 13 के साथ मिलकर किया था, जिससे कि युवाओं को मौजूदा महामारी के समय में एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जा सके। वर्कशॉप में भाग लेने वाले अन्य वक्ताओं में शामिल थे - पूर्व राष्ट्रीय एथलीट यादविंदर सिंह, खेल चिकित्सा सलाहकार डॉ. सतबीर, जो भारतीय हॉकी टीम के चिकित्सक एवं व्यायाम फिजियोलॉजिस्ट भी रह चुके हैं।
ऑनलाइन वर्कशॉप के पहले दिन, जाने-माने भारतीय ट्रैक एवं फील्ड एथलीट, मिल्खा सिंह एवं पूर्व राष्ट्रीय एथलीट यादविंदर सिंह ने जीवन में सफलता के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता और ताकत के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किये।
मिल्खा ने कहा कि इस महामारी ने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता के महत्व को उजागर किया है और यह साबित कर दिया कि अस्वास्थ्यकर जीवन शैली और खराब भोजन आदतों के चलते हम कि तने कमजोर हो चुके हैं। उन्होंने सभी को स्वास्थ्यवर्धक भोजन करने और प्रतिदिन 10-15 मिनट तक व्यायाम करने को कहा, ताकि शरीर की चुस्ती-फुर्ती को कायम रखा जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि शारीरिक और मानसिक दोनों ही पहलुओं पर ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है। मिल्खा सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का उदाहरण देते हुए कहा कि लोगों को इन दोनों नेताओं के जीवन से शिक्षा लेने की जरूरत है, जिन्होंने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और कठोर परिश्रम से सफलता पायी है। उन्होंने ओलिम्पिक खेलों में ट्रैक एवं फील्ड कैटेगरी में किसी भारतीय एथलीट द्वारा गोल्ड मैडल जीते जाने की इच्छा भी व्यक्त की।
वर्कशॉप के दौरान, यादविंदर सिंह ने कहा, 'फिटनेस सबसे जरूरी चीज है जो एक सफल करियर में सबसे अहम रोल अदा करती है। इससे आपको आत्मविश्वास मिलता है और आपका हौसला बुलंद रहता है, फिर चाहे मामला पढ़ाई का हो या काम का। एक सेहतमंद जीवन के लिए सबसे पहले तो अपने आप से प्यार करो, क्योंकि बिना आत्म-प्रेम के आपके अंदर मोटिवेशन पैदा ही नहीं हो सकता। '
यादविंदर ने सोशल मीडिया के शरीर व मन पर होने वाले दुष्प्रभावों को लेकर चिंता व्यक्त की। अस्वास्थ्यकर जीवनशैली से अनेक स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती हैं और शरीर की रोगों से लडऩे की क्षमता कमजोर होती जाती है, जिसका हमारे सामाजिक संबंधों पर भी असर पड़ता है। इन चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए, हर व्यक्ति को रोज व्यायाम करना चाहिए और मानसिक शांति के लिए कुछ देर मेडिटेशन भी करना चाहिए।
वर्कशॉप के अंतिम दौर में, पूर्व बीसीसीआई स्पेशलिस्ट एकेडमी रिहेब हेड, डॉ. सतबीर ने इम्युनिटी बढ़ाने के लिए अपने कुछ बेशकीमती टिप्स दिये। उन्होंने कहा, 'आसान उपायों से इम्युनिटी को बढ़ाया जा सकता है। हर किसी को पर्याप्त नींद लेना आवश्यक है, कम से आठ घंटे तक, तभी शरीर स्वस्थ रह सकता है। '
यादविंदर सिंह, जो स्पोटर््स 13 के संस्थापक भी हैं, ने आगामी वर्कशॉप्स में ऐसी ही अन्य खेल हस्तियों को आमंत्रित करने की घोषणा की, ताकि युवाओं का मोटिवेशन बना रहे। उन्होंने आगे कहा कि वह वल्र्ड वेटेरन एथलेटिक मीट के लिए स्वयं भी मिल्खा सिंह और डॉ. सतबीर के मार्गदर्शन में तैयारी कर रहे हैं, जिसका आयोजन कनाडा में होना है, जिसमें वह 100 और 200 मीटर की प्रतिस्पर्धाओं में हिस्सा लेंगे।
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