सिरसा में नशे ने अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। अब नशा लत के साथ साथ कारोबार भी बनता जा रहा है। वहीं युवाओं का भविष्य अंधकार में हो रहा है। नशा अब शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को भी अपनी जद में लेने लगा है। ऐसा ही एक खुलासा डोडापोस्त की तस्करी में पकड़े गए युवक से पूछताछ करते हुए एंटी नारकोटिक्स सेल ने किया है। इंचार्ज दाताराम ने बताया कि उनकी टीम ने रानियां क्षेत्र से गांव करीवाला निवासी एक युवक को कार में डोडापोस्त की तस्करी करते हुए पकड़ा है। 


जिससे पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वह सीडीएलयू में एमए अर्थशास्त्र की पढ़ाई कर रहा है। लॉकडाउन में जब कॉलेज बंद हो गए थे। तब से वह इस तस्करी के नेटवर्क से जुड़ गया। उसके ऊपर कुछ कर्जा था। उसे उतारने के लिए उसने चूरापोस्त और डोडापोस्त बेचना शुरू कर दिया। जब इसमें कमाई दिखी तो उसने यह धंधा करना शुरू कर दिया। राजस्थान से नशा लेकर आता है और रानियां क्षेत्र में बेच देता है। पुलिस ने उसके कब्जे से 54 किलो डोडापोस्त की खेप पकड़ी है। पूछताछ के आधार पर दो अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।  

एंटी नारकोटिक्स सेल की ओर से पकड़े गए आरोपी ने बताया कि वह पिछले पांच महीने से यह धंधा कर रहा है। पहले वह बस या अन्य वाहन में माल लेकर आता था। फिर जब उसने कुछ पैसा कमा लिया तो वह 40 हजार में पुरानी कार लेकर आ गया। अब इसके जरिए ही नशा बेच रहा था। वह राजस्थान से चूरापोस्त और डोडापोस्त लेकर आता है।

Post a Comment

Previous Post Next Post