-कैप्टन ने पंजाब के लोगों को नीचा दिखाया और राज्य के साथ विश्वासघात किया
चंडीगढ़
आम आदमी पार्टी (AAP) ने चुनाव से पहले झूठे वादे करने और अब पंजाब के लोगों को जनविरोधी फैसले लेकर धोखा देने के लिए कैप्टन सरकार पर निशाना साधा। शनिवार को पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता और पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह जिन्होंने चुनाव से पहले लोगों से झूठे वादे करके सरकार बनाई थी, मुख्यमंत्री बनने के बाद हर मोर्चे पर विफल साबित हुए। लोकतंत्र में सरकार का काम लोककल्यान कार्य करना होता है, लोगों पर आर्थिक और मानसिक बोझ डालना नहीं।
चीमा ने हाल में जारी हुए सी-वोटर्स सर्वे का हवाला देते हुए कहा, अब सर्वे ने भी कैप्टन अमरिंदर सिंह को देश के सबसे खराब मुख्यमंत्री बताया है। आम आदमी पार्टी कई दिनों से लगातार ये बात कह रही थी कि कैप्टन एक असफल और निकम्मा मुख्यमंत्री हैं, और आज सी-वोटर के सर्वेक्षण ने आम आदमी पार्टी द्वारा कैप्टन के बारे में कही गई बातों पर अपनी मुहर लगा दिया है। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब जैसे संपन्न और समृद्ध राज्य के मुख्यमंत्री को देश का सबसे खराब मुख्यमंत्री माना जाता है, तो यह न केवल शर्मनाक है, बल्कि चिंताजनक भी है। आज इस सर्वेक्षण ने पूरे देश को बता दिया है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब को चलाने में नाकाम रहे हैं।
आप नेता ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 2017 के चुनावों से पहले श्री गुटखा साहिब को पकड़कर पंजाब की जनता से बड़े-बड़े वादे किए थे और लोगों में यह उम्मीद जगाई थी कि जो पंजाब बादलों के हाथों तबाह हो गया है, उसे फिर से समृद्ध बना देंगे। आज उन्हें सरकार बनाए हुए चार साल हो चुके है, लेकिन कैप्टन ने पंजाब के लोगों के साथ किया हुआ अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया। कैप्टन ने लोगों से सिर्फ और सिर्फ झूठ बोला। पिछले चार वर्षों में एक बार भी उन्होंने लोगो से न मुलाकात की और और न ही आमलोगों की कोई समस्याएं सुनी। बल्कि इस समृद्ध राज्य को बर्बाद करते हुए वे चार साल अपने फार्महाउस में चैन की नींद सोते रहे।
चीमा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सरकार चलाने में तो नाकाम रहे ही, साथ ही उन्होंने राज्य में भ्रष्टाचार और मापियाओं को बढ़ावा दिया। कैप्टन के शासनकाल के दौरान, अवैध शराब के कारण लगभग 150 लोगों की मृत्यु हो गई, लेकिन कैप्टन ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके मंत्रियों के संरक्षण में ही पंजाब में सभी तरह के माफिया पनप रहे है। कैप्टन ने बादल सरकार की तरह ही बालू माफियाओं को लूट की खुली छूट दी। पहले माफियाओं को बादल सरकार संरक्षण देती थी और अब कांग्रेस के मंत्री और नेता इन माफियाओं को राजनीतिक संरक्षण दे रहे हैं। माननीय उच्च न्यायालय की फटकार के बाद, कैप्टन सरकार ने स्वीकार किया है कि वे खनन माफिया को रोकने में विफल रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, पिछले चार साल में कैप्टन सरकार ने खनन माफियाओं पर कोई कार्रवाई नहीं की। चार साल में सरकार ने खनन माफियाओं पर मात्र तीन केस दर्ज किए हैं। कैप्टन सरकार पंजाब के लोगों को जो पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे हैं, उनको सुविधायें मुहैया कराने के बजाए उनपर महंगा पेट्रोल-डीजल का अतिरिक्त बोझ डाल रही है। चीमा ने कहा कि चुनाव से पहले कैप्टन ने कहा था कि वे बादल सरकार के साथ प्राइवेट बिजली कंपनियों के साथ हुए करार को रद्द कर उसरक श्वेत पत्र जारी करेंगे, लेकिन सरकार बनने के बाद बिजली को पहले से भी महंगा कर दिया।
उन्होंने कहा कि कैप्टन ने पंजाब के नौजवानों और खिलाड़ियों के साथ भी धोखा किया। अब वो सरकारी कर्मचारियों के वेतन में कटौती करने जा रहे हैं। रजवीर सिंह जो ओलंपिक में दो बार स्वर्ण पदक रह चुके थे, कैप्टन सरकार उन्हें खास मदद देने का भरोसा देकर मुकर गई जिसके कारण उस महान खिलाड़ी की जान चली गई।
उन्होंने कहा कि कैप्टन और उनके वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने पंजाब को कर्जमुक्त बनाने का वादा किया था लेकिन सच्चाई यह है कि आज पंजाब पर पहले से भी ज्यादा कर्ज लद गया है। अपने कार्यों से कैप्टन ने हमेशा साबित किया है कि वे भ्रष्टाचार और माफिया को बढ़ावा देने वाले मुख्यमंत्री हैं। कैप्टन ने अपने बेटे को ईडी से बचाने के लिए पंजाब के लोगों के हितों का समझौता किया और इस संपन्न और समृद्ध राज्य को आज कंगाली के हालत पर पहुंचा दिया।

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