जालन्धर 

विजिलेंस ने सीआईडी विघाग के एक एसआई को लाखों रुपए की ठ्गी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोप है कि एसआई सतपाल ने जीएसटी घोटाले में फंसे एक ट्रांसपोर्टर कैलाश चंद्र शर्मा को बचाने का झांसा देकर सीआईडी के एएसआई सतपाल ने तीन लाख रुपए की ठगी की। सीआईडी के ASI ने खुद को विजिलेंस अधिकारी बताकर ट्रांसपोर्टर के हिस्सेदार संदीप से यह ठगी की थी। विजिलेंस के डायरेक्टर बीके उप्पल ने कहा कि लुधियाना के CID विंग में तैनात आरोपी सतपाल वासी नंगल सलेमपुर (नूरपुर) जालन्धर से गहराई से पूछताछ की जाएगी, ताकि पैसे बरामद किए जा सके। आरोप है कि एसआई सतपाल ने शिकायतकर्ता से कहा था कि वह सेटिंग करके उसकी चल जांच रुकवा देगा। 


उन्होंने बताया कि विभाग ने GST घोटाले में जालन्धर के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित JSK Logistic का नाम सामने आया था। इसके बाद विजिलेंस कंपनी के पार्टनर कैलाश चंद्र शर्मा की तलाश में छापेमारी कर रही थी। इस मामले की जांच के दौरान ये बात सामने आई थी थी कि खुद को विजिलेंस अधिकारी बता कर आरोपी पक्ष के बचाव करने के एवज में तीन लाख रुपए ले गया है। इसके बाद SSP (विजिलेंस) दिलजिंदर सिंह ढिल्लों की सुपरविजन में मामले की जांच करवाई गई थी। जांच में यह बात आई थी कि CID लुधियाना में तैनात सीनियर इंटेलिजेंस असिस्टेंट (एएसआई) सतपाल ने यह ठगी की है। आरोपी सतपाल कैलाश के पार्टनर संदीप से मिला और कहा कि वह परेशान न हो। 


मैं आपका केस बड़े आराम से निपटा कर जांच रुकवा दूंगा। वह खुद विजिलेंस में अफसर है और सीनियर अधिकारियों से बात करके कर उनका काम करवा देगा। सतपाल के झांसे में आए संदीप ने अपने कर्मचारी राजेंद्र लूथरा की मौजूदगी में तीन लाख रुपए अक्टूबर महीने में ट्रांसपोर्ट नगर में दिए। जिसके बाद सतपाल के खिलाफ FIR दर्ज करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।


 

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