चंडीगढ़, 


हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि आज के दिन हमारा किसान और मजदूर खतरे में हैं। कृषि विरोधी काले कानून लाकर यह स्थिति हमारी सरकार ने बनाई है। कृषि विरोधी काले कानूनों से कृषि क्षेत्र बर्बाद हो जाएगा। यह कानून इसलिए बनाए गए, ताकि सरकार अपने पूंजीपति साथियों को फायदा पहुंचा सके। यह देश हम दो और हमारे दो में सिमटकर नहीं रह सकता है।


यह बातें हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहीं। सम्मेलन का आयोजन कांग्रेस विधायक श्री बीएल सैनी द्वारा किया गया।


कुमारी सैलजा ने कहा कि इन कानूनों की किसी ने भी मांग नहीं की थी। कोरोना की आड़ में कुछ चुनिंदा पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा यह काले कानून किसान और मजदूर पर थोपे गए। आज पूरी दुनिया देख रही है कि देश का अन्नदाता सड़क पर बैठा है। सरकार कह रही है कि किसानों को बरगलाया जा रहा है, लेकिन यह बात किसी के गले नहीं उतर रही है। बेशक सरकार अपनी आंख बंद कर ले, यह लोगों की आवाज है। जब सदन में शहीद किसानों के लिए श्री राहुल गांधी जी ने दो मिनट का मौन रखा था, उस समय भाजपा का रवैया सभी ने देखा। श्री राहुल गांधी जी ने शहीद किसानों के लिए दो मिनट का मौन रखा तो भाजपा के सदस्य ने उनके खिलाफ नोटिस दिया। यह नोटिस राहुल गांधी जी के खिलाफ नहीं बल्कि हमारे किसान, मजदूर और शहीद किसानों के खिलाफ है।


कुमारी सैलजा ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री जी ने आज तक दिवंगत किसानों के लिए शोक तक प्रकट नहीं किया है। नोटबंदी के दौरान भी लोगों ने लाइन में लगकर अपनी जान गंवाई थी। उस वक्त भी प्रधानमंत्री जी ने कोई दुःख प्रकट नहीं किया था।  किसान पौने तीन महीने से शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन इस सरकार द्वारा अपने ही देश के किसानों की आवाज नहीं सुनी जाती है। किसानों के सामने दीवार खड़ी कर दी जाती है। कीलें गाड़ दी जाती हैं। प्रधानमंत्री जी किसानों को आंदोलनजीवी कहते हैं। हरियाणा के कृषि मंत्री शहीद किसानों का मजाक उड़ाते हैं। आज लोगों की आवाज दबाई जा रही है। कांग्रेस पार्टी श्री राहुल गांधी जी के नेतृत्व में किसान और मजदूर के साथ खड़ी थी, खड़ी है और खड़ी रहेगी। कांग्रेस की सरकार आने पर यह काले कानून वापस लिए जाएंगे।


कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा कहती है कि आंदोलन कर रहे किसान एक दो राज्य के हैं। मैं इन्हें बताना चाहती हूं यह वही क्षेत्र है जिसने देश में हरित क्रांति लाई थी। यही क्षेत्र पूरे देश का पेट भरता है। इसी क्षेत्र के अन्न से गरीबों को राशन बंटता है। लेकिन यह सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है। आज किसान, मजदूर, छोटे उद्योग, छोटे व्यापारी, छोटे दुकानदार को खत्म कर दिया गया है।


 


कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा में भाजपा सरकार आने के बाद हमारा प्रदेश बदहाल हो गया है। किसान व मजदूर बेहाल हैं। महंगाई आसमान छू रही है। पेट्रोल और डीजल के दाम रोजाना बढ़ रहे हैं। हर वर्ग त्राहि-त्राहि कर रहा है। हरियाणा सरकार में शामिल लोगों की हिम्मत नहीं है कि वह प्रदेशवासियों के बीच जा सकें। बेहद ही दुःख की बात है कि मुख्यमंत्री यहां पड़ोस में आए और नीचे नहीं उतर सके। जहां लोगों को बुलाया गया था उस क्षेत्र को छावनी बना दिया गया। यह हमारे राज्य का हाल है। आज मुख्यमंत्री जी प्रदेश के किसानों और मजदूरों की पीड़ा प्रधानमंत्री जी को बता नहीं पा रहे हैं।


इस दौरान पूर्व सीपीएस रामकिशन गुर्जर, विधायक रेणु बाला, पूर्व विधायक जसबीर मलौर, हरियाणा महिला कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सुधा भारद्वाज, सुरेश यूनिसपुर, रमेश सैनी, श्यामसुंदर बत्रा, वेणु अग्रवाल, बिमला सरोहा, कपिल खेत्रपाल, अनिल गोयल, राकेश काका, नरपाल, मनोज, राय सिंह, सचिन शर्मा, बरखा राम, रमेश, अशोक शर्मा, अमरजीत कोहली पूर्व पार्षद, विनय कम्बोज पार्षद, राजेश शर्मा, जितेंदर मेहता, ईशु धवन, विशाल सैनी,सन्नी सिंह समेत पार्टी के अन्य नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।


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