•  श्री गुटका साहिब हाथ में पकडक़र झूठे वायदे करने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह के खि़लाफ़ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला हो दजऱ् - मीत हेयर
  •  .राजशाही मानसिकता वाले ‘महाराजा’ के दिल में आम जनता के प्रति नहीं कोई हमदर्दी



  • ख़बरें ऑनलाइन ब्यूरो चंडीगढ़ / होशियारपुर 

आम आदमी पार्टी ने दसूहा के किसान पिता पुत्र द्वारा कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार की नीतियों से तंग आकर की ख़ुदकुशी पर दुख ज़ाहिर करते हुए कहा कि बहुत ही दुख की बात है एक मुख्यमंत्री के बहानों से तंग आकर पिता पुत्र (जगतार सिंह और किरपाल सिंह) ने अपना जीवन समाप्त कर लिया। आम आदमी पार्टी के विधायक और किसान विंग के प्रधान कुलतार सिंह संधवां और विधायक और यूथ विंग के प्रधान मीत हेयर ने पीडि़त परिवार के घर पहुंचकर दुख व्यक्त किया। 

‘आप’ नेताओं ने कहा कि ख़ुदकुशी नोट में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि उनकी मौत के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह और केंद्र की मोदी सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि बहुत ही दुख की बात है कि जिन सरकारों ने लोगों के जीने का सहारा बनना था, आज वही सरकारें उनकी मौत का कारण बन रही हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सत्ता में आने के लिए श्री गुटका साहिब हाथ में पकडक़र कसम ली थी कि किसानों के सभी कर्जे माफ किये जाएंगे, परंतु आज किसान का कर्ज माफ न होने के कारण उनको बहुत ही दुखदायक कदम उठाने के लिए मजबूर हुए। उन्होंने कहा कि किसान की ओर से लिखे ख़ुदकुशी नोट में साफ तौर पर कैप्टन अमरिंदर सिंह का नाम लेने पर पुलिस मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खि़लाफ़ ख़ुदकुशी करने के लिए उकसाने का मामला दजऱ् करे। उन्होंने कहा कि राजशाही मानसिकता वाले ‘महाराजा’ के दिल में आम जनता के प्रति कोई हमदर्दी नहीं है, जिस कारण आज उसके प्रदेश के किसान ख़ुदकुशी करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज कैप्टन सरकार की ओर से लगाए झूठे बहाने और धोखाधड़ी अब बेनकाब हो चुके है, कैप्टन अमरिंदर सिंह तुरंत इस्तीफा दें। उन्होंने कहा कि जो किसान एक एकड़ जमीन के ही मालिक हैं, उनके द्वारा आत्महत्या कर लेना साबित करता है कि कांग्रेस सरकार ने उनके कर्जे माफ नहीं किए। उन्होंने कहा कि इन किसानों ने यह भी बताया कि वास्तविकता यह है कि कांग्रेस सरकार यह झूठा दावा कर रही है कि उसने किसानों के कर्जे माफ कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह आधार ही पंजाब कांग्रेस प्रधान के खि़लाफ़ केस दजऱ् करने के लिए ही काफी है, क्योंकि उनकी पार्टी ने अपने चुनाव मनोरथ पत्र में झूठा वायदा कर किसानों के साथ धोखा किया है।

नेताओं ने कहा कि केंद्र की सरकार के अडिय़ल रवैये के चलते वह बहुत परेशान थे, जिस के लिए उन्होंने ख़ुदकुशी नोट में स्पष्ट लिखा है कि वह केंद्र सरकार की ओर से किसान भाईचारे की आवाज नहीं सुनी जा रही है जिस कारण वह यह कदम उठा रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि केंद्र सरकार तुरंत खेती संबंधी लाए नए कानूनों को तुरंत रद्द करे।

 

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