पंजाबी फिल्मों ने पंजाब के इतिहास व सभ्याचार, भाईचारे को संजो कर रखा : मलकीत रौनी, गुरप्रीत घुघ्घी


प्रवेश फरंड।  चंडीगढ़ 




दरअसल 29 मार्च 1935 के दिन पहली पंजाबी फ़िल्म इश्के पंजाब उर्फ मिर्जा साहिबा संयुक्त पंजाब में लाहौर की नवरंग टॉकीज में रिलीज हुई थी. इस अवसर पर वीआर पंजाब मॉल मोहाली में 29 मॉर्च 1 बजे कोविड के चलते सादा समारोह आयोजित किया जा रहा है जिसमें पहली नेशनल अवॉर्ड विनर पंजाबी फिल्म चौधरी करनैल सिंह का स्पेशल शो दिखाया जाएगा ताकि आज की युवा पीढ़ी को 1960 के दशक में सिनेमा जगत के बारे में जानकारी मिले। 29 मार्च के इस कार्यक्रम में पंजाबी फिल्म जगत की लगभग सारी नामवर शख्सियतें मौजूद रहेंगी। 


पंजाबी सिनेमा जगत के लिए नॉर्थ जोन फिल्म एंड टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन द्वारा  समय समय पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं व गुरप्रीत घुघ्घी  प्रेसिडेंट व जनरल सेक्रेटरी मलकीत रौनी के  साथ चीफ पैट्रन योगराज, निर्देशक अवतार सिंह निर्माता दीपक गुप्ता रबाब स्टूडियो से अश्विनी शर्मा निर्देशक समरजीत सिंह सिनेमैटोग्राफर मनजीत सिंह लाइन  निर्माता लकी गिल  खास तौर पर मौजूद रहेंगे । पंजाबी फ़िल्म डायरेक्टर व बॉलीवुड के जाने माने सिनेमेटोग्राफर मनमोहन सिंह केक काटकर पंजाबी सिनेमा दिवस का आगाज़ करेंगे। 


मलकीत रौनी ने बताया कि अगले वर्ष  से 27 मॉर्च से 29 मॉर्च तक तीन दिवसीय समारोह आयोजित किया जाएगा वर्ल्ड थियेटर डे से शुरू हो कर पंजाबी सिनेमा दिवस तक , क्लासिक फिल्मों के प्रदर्शन, विचार संगोष्ठियों व पैनल डिस्कशन के साथ फ़िल्म जगत की सम्मानित शख्सियतों के साथ सिनेमा के उत्थान पर गम्भीर विचार विमर्श किये जायेंगे ।

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