लिपि परिदा बनीं पीएसएससी की चेयरपर्सन
चंडीगढ़, (प्रवेश फरंड )
सेरिब्रल पाल्सी (सीपी) से पीडि़त बच्चों के बीच खेलों को बढ़ावा देने के लिए, सेरिब्रल पाल्सी स्पोर्ट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (सीपीएसएफआई) के सहयोग से पैरा स्पोर्ट्स सोसाइटी ऑफ चंडीगढ़ (पीएसएससी) का गठन किया गया है। सेरिब्रल पाल्सी बच्चों की एक पुरानी विकलांगता है, जो उन्हें शारीरिक व मानसिक तौर पर प्रभावित करती है। सोसाइटी अन्य शारीरिक व मानसिक समस्याओं से जूझ रहे बच्चों के लिए भी एक खेल मंच उपलब्ध करायेगी। ज्ञातव्य है कि सीपीएसएफआई सेरिब्रल पाल्सी स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने वाला एक सर्वोच्च निकाय है, जो एथलीटों को एक मंच प्रदान करता है और उनकी खेल क्षमताओं को प्रदर्शित करने के अवसर प्रदान करता है।
इस अवसर पर पीएसएससी के पदाधिकारियों की घोषणा भी की गयी। यूटी सलाहकार की पत्नी, सुश्री लिपि परिदा इसकी चेयरपर्सन हैं, जबकि सुश्री पूनम सूद-अध्यक्ष, सुश्री वनिता तलवार-वरिष्ठ उपाध्यक्ष, सुश्री शर्मिता भिंडर-उपाध्यक्ष, डॉ. दीपशिखा गोयल-उपाध्यक्ष, श्री कश्मीरा सिंह-मानद सचिव व सीईओ, तथा सुश्री अर्शदीप कौर-सीपी एथलीट प्रतिनिधि हैं। कार्यकारी बोर्ड के सदस्यों की भी घोषणा की गई, जिनमें सुश्री ऋचा अग्रवाल, सुश्री अमृता कौर, श्री अजीत सिंह, श्री दविंदर कुमार एवं सुश्री शीतल नेगी के नाम शामिल हैं।
नवगठित पीएसएससी के सदस्यों ने यूटी गेस्ट हाउस में सोसायटी की पहली जनरल बॉडी मीटिंग आयोजित की, जिसमें कोविड-19 के सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया गया। पीएसएसी से संबद्ध सीपीएसएफआई एथलीटों के मामले में चार चरणों की प्रक्रिया अपनाती है- संगीति (जागरूकता कार्यक्र्रम), प्रतिभा खोज, पशिक्षण कार्यक्रम और प्रतियोगिता।
सीपीएफएसआई के अध्यक्ष श्री राजेश तोमर ने कहा, 'पीएसएससी की सामान्य सभा के साथ, बोर्ड के सदस्यों व अधिकारियों के बीच सीपी खेलों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए सीपीएसएफआई की 17 वीं संगीति बैठक भी आयोजित की गयी। ऐसा चंडीगढ़ में सीपी खेलों को बढ़ावा देने की सदस्यों की यात्रा को सशक्त करने के लिए किया गया। '
पीएसएससी की चेयरपर्सन सुश्री लिपि परिदा ने कहा, 'यह समान विचारधारा वाले व्यक्तियों का एक समूह है जो चंडीगढ़ में सीपी खेल गतिविधियों में बच्चों की भागीदारी को सुगम करने के प्रति समर्पित है। चंडीगढ़ में पीएसएससी के बोर्ड में बड़े पैमाने पर ऐसी युवा एवं अनुभवी महिलाएं शामिल हैं, जो अपने-अपने करियर में सफल रही हैं। पीएसएससी सीपीएसएफआई के साथ जुडऩे और चंडीगढ़ में सीपी खेलों को बढ़ावा देने के लिए तत्पर है। '
सेरिब्रल पाल्सी स्पोर्ट्स सोसाइटी ऑफ़ पंजाब के अध्यक्ष श्री सुखदर्शन लिखी (आईपीएस) ने कहा, 'इसके पीछे विचार यह है कि सेरिब्रल पाल्सी वाले बच्चों के लिए उपयुक्त खेलों हेतु एक मंच तैयार किया जाये, जो उनके शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कल्याण में मदद करे। '
पीएसएससी की अध्यक्ष सुश्री पूनम सूद ने कहा, 'हम चंडीगढ़ में सेरिब्रल पाल्सी खेल में भाग लेने और सीपी एवं संबंधित न्यूरोलॉजिकल कंडीशन वाले बच्चों के साथ काम करने के लिए इस समस्या से ग्रसित अधिकाधिक बच्चों तक पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं। '
पीएसएससी की सीनियर वाइस प्रेसीडेंट सुश्री वनिता तलवार ने कहा, 'सीपी ग्रसित बच्चे- अर्शदीप कौर, बलजीत, डेविड और डैनियल आज के कार्यक्रम में मौजूद थे। उन्होंने खुद से अपना-अपना परिचय भी दिया। हमारा उद्देश्य इन बच्चों को स्वस्थ, प्रसन्न और समाज में स्वीकार्य बनाना है। '
पीएसएससी की उपाध्यक्ष सुश्री शर्मिता भिंडर ने कहा, 'पीएसएससी का उद्देश्य चंडीगढ़ के हर कोने में सीपी खेलों को लोकप्रिय करना है, ताकि दिव्यांगों के बीच इन खेलों को बढ़ावा मिले और इन्हें लोकप्रिय बनाया जा सके। '
सेरिब्रल पाल्सी (सीपी) बच्चों में पुरानी विकलांगता का एक प्रमुख कारण है, जिससे वे शारीरिक और मानसिक रूप से अक्षम हो जाते हैं। एक अनुमान के अनुसार, भारत में प्रति 1000 जन्मों में लगभग तीन मामले इस तरह के होते हैं। उपलब्ध आधिकारिक जानकारी के अनुसार, भारत में लगभग 25 लाख बच्चे सेरिब्रल पाल्सी से पीडि़त हैं।
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