चंडीगढ़, आम आदमी पार्टी (आप) की चंडीगढ़ इकाई ने आज प्रशासक, यूटी के अधिकारियों, स्थानीय सांसद किरन खेर और भाजपा नेताओं के बेकार नेतृत्व के लिए रोष प्रकट किया, जिनके कारण चंडीगढ़ की रैंकिंग लिविंग इंडेक्स 2020 में फिसल कर 29वें स्थान पर आ गई है। 


आप के वरिष्ठ नेता, चंद्रमुखी शर्मा ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन के कुछ अधिकारी, जिनमें प्रशासक और यहां तक कि स्थानीय सांसद किरन खेर भी आराम और मनोरंजन के लिए अपने पद का उपयोग कर रहे हैं, क्योंकि वे शहर की भलाई के लिए न्याय करने में विफल रहे हैं। उन्होंने अपने शासन के दौरान शहर की भलाई के लिए काम नहीं करने के लिए कांग्रेस नेताओं को भी जिम्मेदार ठहराया। चंदर मुखी शर्मा ने कहा, आप पार्टी की मांग है, पुलिस को छोडक़र सब कुछ नगर निगम के नियंत्रण में होना चाहिए। यह एक वास्तविक सिटी गर्वमेंट बननी चाहिए।


उन्होंने कहा, चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम के बीच कोई तालमेल नहीं है, क्योंकि चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम के बीच कोई समन्वय नहीं है। रातोंरात चीजें बदल नहीं जाती हैं और सिस्टम को जगह देनी पड़ती है। शर्मा ने कहा, प्रशासक और सांसद के कुछ निपुण अधिकारी केवल कठपुतली हैं, जो शहर की बेहतरी के बारे में नहीं सोच रहे हैं। 

केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी किया गया कि चंडीगढ़़ 2018 में पांचवें सबसे अधिक रहने योग्य शहरों में से एक था उसे, अब 49 शहरों में से 29 वें स्थान पर है। इंडेक्स एक आकलन उपकरण है जो जीवन की गुणवत्ता और शहरी विकास के लिए विभिन्न पहलों के प्रभाव का मूल्यांकन करता है। शहर में सरकार चलाने में भाजपा पूरी तरह से विफल रही है।


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