• कुनोइची को निसान केमिकल कॉर्पोरेशन, जापान द्वारा अविष्कृत और निर्मित किया गया है। भारत में इसे इन्सेक्टीसाइड्स (इंडिया) लिमिटेड द्वारा बेचा जा रहा है।
  • कुनोइची में साइएनोपोप्रफेन 30% एससी होता है, जो विभिन्न प्रजातियों के घुन के लिए उपयुक्त माइटसाइड और इसमें ओविसाइडल गुण होता है, इससे घुन पर लम्बे समय के लिए और प्रभावी नियंत्रण मिलता है।
  •  यह मॉलिक्यूल (अणु) पहले से ही जापान, दक्षिण कोरिया, कोलंबिया और इक्वाडोर जैसे अन्य देशों में पंजीकृत है और माइटसाइड सभी प्रजातियों के घुन पर अंडे से लेकर वयस्क चरणों तक प्रभावी है।
  •  कुनोइची की सिफारिश SUKAST द्वारा कश्मीर में सेब की फसल में घुन के नियंत्रण के लिए की गई है।
  • कुनोइची परभक्षी माइट्स (घुन) के लिए बहुत सुरक्षित है। यह हानिकारक माइट्स को मारता है। इस वजह से यह अन्य माइटाइड्स से अलग और बेहतर है।


 

कश्मीर 


 सेबों में घुन की समस्या से लम्बे समय के लिए और प्रभावी तरीके से निजात पाने के उद्देश्य से अग्रणी एग्रोकेमिकल कंपनी इन्सेक्टीसाइड्स (इंडिया) लिमिटेड (आईआईएल) ने आज 'कुनोइची' लांच किया। यह एक जापानी माइटाइड्स (घुननाशक) है जो घुन के सभी विकसित चरणों में प्रभावी है।  ‘कुनोइची’ सेब को प्रभावित करने वाले माइट्स की समस्या से प्रभावी रूप से निजात दिला सकता है और जल्द ही यह कश्मीर में अधिकृत डीलरों के लिए उपलब्ध होगा।


इन्सेक्टीसाइड्स (इंडिया) लिमिटेड (आईआईएल) के उपाध्यक्ष श्री संजय वत्स ने कहा, मई और जून के महीनों के दौरान सेब के खेतों में घुन का संक्रमण होता है। अगर संक्रमण व्यापक न हो तो ये संक्रमण सेब के पत्तों के नीचे की तरफ नसों में अक्सर छिपे रहते है। कुनोइची को सेब में घुन के नियंत्रण के लिए एसयूकेएएसटी, कश्मीर द्वारा सिफारिश (रिकमेंड) किया गया है और हमें उम्मीद है कि कश्मीर घाटी में किसानो को इससे फायदा पहुंचेगा। कुनोइची वर्तमान समय में पूरी दुनिया में उपलब्ध नवीनतम और सबसे प्रभावी माइटसाइड्स में से एक है। इसके छिड़काव के 6 घंटे में यह असर करना शुरू कर देता है। आईआईएल को 2012 से जापान की अग्रणी कंपनी निसान केमिकल कॉरपोरेशन का भागीदार होने पर गर्व है और कुनोइची के लॉन्च होने से हम भारतीय बाजारों में निसान के अन्य उत्पादों की भारी सफलता के बाद किसानों के लिए एक और शोध-आधारित अंतरराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी पेटेंट उत्पाद ला रहे हैं।"


कुनोइची को निसान केमिकल कॉर्पोरेशन, जापान द्वारा अविष्कृत और निर्मित किया गया है। इसमें नॉवेल मॉलिक्यूल, साइएनोपोप्रफेन 30% एससी होता है, और यह पहले से ही जापान, दक्षिण कोरिया, कोलंबिया और इक्वाडोर जैसे अन्य देशों में पंजीकृत है।


इन्सेक्टीसाइड्स (इंडिया) लिमिटेड (आईआईएल) के मार्केट डेवलपमेंट, जनरल मैनेजर श्री संजय सिंह ने कहा, "वे घुन (माइट्स) जो सेब के पेड़ों पर पाए जाते हैं वे मई से अगस्त के बीच सक्रिय रहते हैं। ये जून के पहले पखवाड़े में अपने चरम पर होते हैं। पत्तों के कांस्य में घुन होता है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण घुन का संक्रमण बढ़ रहा है और कुनोइची किसानों की लागत और समय दोनों की बचत करने वाली घुन की सभी प्रजातियों पर अंडे से लेकर उनके वयस्क होने तक किसानों को पूर्ण समाधान प्रदान करता है। भारतीय बाजार में उपलब्ध अन्य किसी भी माइटसाइड में इतना व्यापक नियंत्रण नहीं है।"

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