- ....किसानों की आत्महत्याएं जैसी दुखद घटनाओं से भी कैप्टन अमरिंदर सिंह को नहीं पड़ता फ़र्क - कुलतार संधवां
- ...मुक्तसर, होशियारपुर, मानसा और संगरूर में किसानों ने मौत को गले लगाया, कांग्रेसी अपनी कुर्सी की लड़ाई में व्यस्त-प्रो. बलजिन्दर कौर
- केंद्र और राज्य सरकार दोनों से दुखी हैं पंजाब के किसान
चंडीगढ़,
पंजाब में कजऱ्े की मार बर्दाश्त कर रहे किसानों की आत्महत्याओं पर दुख प्रगट करते आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता और विधायक कुलतार सिंह संधवां और विधायक प्रो. बलजिन्दर कौर ने इसके लिए केंद्र और पंजाब सरकार की किसान विरोधी नीतियों को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह जैसे किसान विरोधी मुख्यमंत्री के कारण पंजाब के लोग सरकार में से अपना विश्वास खो चुके हैं। जिस कारण उनके साथ बार बार ऐसी दुखद घटनाएं घट रही हैं।
रविवार को विधायक कुलतार संधवां मुक्तसर के गांव कोठे रामसर में आत्महत्या करने वाले 50 वर्षीया किसान के घर दुख का प्रगटावा करने के लिए पहुंचे। इसी समय ही बलजिन्दर कौर मानसा जिले के गांव अकलिया में कजऱ्े की मार न बर्दाश्त करते हुए 48 साला किसान की तरफ से आत्महत्या का दुख व्यक्त करने के लिए परिवार के पास पहुंचे थे। विधायक जै सिंह रोड़ी भी होशियारपुर के गांव चक्क नरियाल में आत्महत्या करने वाले 42 साला किसान के परिवार के साथ दुख का प्रगटावा करने के लिए पहुंचे। नेताओं ने इस समय परिवार के साथ ऐसे दुख के समय में पार्टी की तरफ के साथ खड़े होने का वायदा करते इसके लिए प्रदेश की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार को जि़म्मेदार ठहराया।
आप नेताओं ने कहा कि चुनाव से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के किसानों के साथ बड़े बड़े वायदे किये थे परंतु वह झूठ के पुलिंदे साबित हुए हैं जिस कारण पंजाब के किसान अब ओर कोई रास्ता न देखते हुए आत्महत्या का रास्ता अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरफ से किये इस धोखे के कारण 1500 से अधिक किसानों ने अपनी जान दे दी है। उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह को सवाल करते पूछा कि उनको नींद से जगाने के लिए ओर कितने लोगों को जान गंवानी पड़ेगी।
आप नेताओं ने कहा कि पूरे पंजाब में पिछले दिनों में सैंकड़े ही किसानों ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के झूठे वायदों से दुखी हो कर अपनी, जानें गुवा दीं हैं परंतु कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन परिवारों के साथ दुख का एक शब्द भी सांझा नहीं किया। उन्होंने कहा कि एक तरफ़ तो देश का अन्नदाता अपनी जान से हाथ धो रहा है और दूसरे तरफ़ कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके कांग्रेसी नेता सत्ता और कुर्सी की लड़ाई में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि यह सभी मौतों का कारण किसानों की तरफ से प्राईवेट और सरकारी बैंकों से लिए लोन की किश्तें न देने के कजऱ्े के मक्कड़ जाल में फंसना है। विधान सभा के चुनाव से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सभी सरकारी और गैर सरकारी बैंकों के कजऱ्े माफ़ करने का वायदा किया था इस लिए किसान अब अपने आप को इस में फंसा महसूस करते हुए मौत को गले लगा रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपने वायदे के मुताबिक़ अपने मैनिफेस्टो में लिखे अनुसार किसानों के कजऱ्े माफ़ करने चाहिए थे परंतु वह सत्ता में आने के बाद सब कुछ भूल चुके हैं। नेताओं ने कहा कि सरकार के साढ़े चार साल बीत चुके हैं परंतु पंजाब के किसी किसान का कजऱ् भी माफ नहीं किया गया है।
आप नेताओं ने कहा कि किसान कैप्टन अमरिंदर सिंह के झूठे वायदों में फंस गए थे और इस लिए ही उन्होंने कांग्रेस को वोट डाल कर सत्ता में बिठाया था परंतु कैप्टन अमरिंदर और पंजाब के किसानों की पीठ में छुरा मारते साढ़े 4 साल उनकी सार न लेकर अपने फार्म हाऊस में ही गुज़ार लिए हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ़ तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की ज़मीनें छीन रहे हैं और दूसरे तरफ़ कैप्टन अमरिंदर सिंह भी उनका साथ देते किसानों की कोई सार नहीं ले रहे। आप नेताओं ने कहा कि 2022 के चुनाव के बाद पंजाब में सरकार स्थापति के बाद आम आदमी पार्टी किसानों की सभी मुश्किलों का हल करने का यत्न करेगी।
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