•  योग दिवस: प्रसिद्ध आयुर्वेद और प्राकृतिक उपचार विशेषज्ञ गुरु मनीष ने कोविड के खिलाफ लड़ाई में योग और आयुर्वेद की बड़ी भूमिका के लिए हाई पावर कमेटी गठित करने का आह्वान किया


प्रवेश फरंड चंडीगढ़,  

 प्रसिद्ध आयुर्वेद और प्राकृतिक उपचार के प्रतिपादक गुरु मनीष के अनुसार योग व्यक्ति को समग्र जीवन की भावना प्रदान करता है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर, गुरु मनीष, जो कि शुद्धि आयुर्वेद के संस्थापक हैं, तथा जिनका कॉर्पोरेट मुख्यालय चंडीगढ़ के पास  है, ने कहा, "योग केवल व्यायाम का एक रूप नहीं है बल्कि ,यह वास्तव में विभिन्न आसनों और श्वास तकनीकों के माध्यम से समग्र जीवन को जीने की भावना को बढ़ावा देता है। यह न केवल एक स्वस्थ जीवन जीने में मदद करता है बल्कि उसे भावनात्मक रूप से मजबूत बनाकर,आध्यात्मिक विकास भी प्रदान करता है। वर्तमान समय में, हर कोई चिंता, तनाव और डिप्रेशन से जूझ रहा है और इसलिए योग अपना एक अलग महत्व रखता है।"


योग दिवस समारोह के अवसर पर गुरु मनीष ने केंद्र सरकार को एक सुझाव दिया, जिस पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, "मैं सेंटर से योग, आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा, और चिकित्सा की अन्य वैकल्पिक प्रणालियों का कोविड के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी भूमिका प्रदान करने का आह्वान करता हूं। गिलोय, अश्वगंधा, काड़ा जैसी कई आयुर्वेदिक दवाओं को सरकार द्वारा कोविड के खिलाफ उपचार के लिए एप्रूव्ड (अनुमोदित) किया गया है, इसके अलावा केंद्र सरकार को अब योग, आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा आदि के क्षेत्रों के विशेषज्ञों की एक हाई पावर्ड कमेटी बनानी चाहिए जो आगे चलकर कोविड-19 का मुकाबला करने की योजना पर सुझाव दे सके। समिति के सुझावों पर अमल किया जाना चाहिए क्योंकि इससे कोविड का अधिक व्यापक तरीके से मुकाबला करने में मदद मिलेगी, क्योंकि वर्तमान में कुल मिलाकर केवल एलोपैथी का ही इस्तेमाल कोविड के खिलाफ किया जा रहा है।"


योग और इसके लाभों पर गुरु मनीष ने कहा, "योग सभी अंगों से अनवांटेड अवशेषों को बाहर निकालकर मानव शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है और ऐसा ही भारत का पारंपरिक जड़ी-बूटी आधारित चिकित्सा विज्ञान - आयुर्वेद भी करता है। इसलिए दोनों मिलकर इम्युनिटी  के लिए अद्भुत काम कर सकते हैं और विभिन्न वायरस के खिलाफ एक मजबूत ढाल प्रदान कर सकते हैं। योग, आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा और वैकल्पिक चिकित्सा की अन्य प्रणालियों के जुडीशियस (विवेकपूर्ण )मिश्रण से  वायरस और पैथोजन्स (रोगजनकों) से लड़ने के लिए मानव शरीर की प्राकृतिक इम्यूनिटी को मजबूत कर के कोविड को दूर रखने की एक आवश्यक प्रवृत्ति है।"


गुरु मनीष ने 21 जून को  'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस' के मौके पर 'योग और आयुर्वेद के साथ मेल खाने के लिए स्वस्थ जीवन शैली' का स्पष्ट रुप से आह्वान किया।

Post a Comment

أحدث أقدم