- ...सरकार की कैबिनेट बैठक में 32 में केवल 2 प्रस्तावों पर सहमति बनना सिद्ध करता है कि मंत्रियों का कैप्टन से उठा विश्वास-राघव चढ्ढा
- ...पंजाब में कांग्रेस पार्टी को वोट देना वोट की बर्बादी- राघव चढ्ढा
- ...सुखपाल खहरा लोक हितैशी होने का करता है नाटक, पंजाब विरोधी पार्टी के साथ खड़े होना उनकी नीयत को करता है सिद्ध -भगवंत मान
चंडीगढ़, 3 जून
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के प्रधान और सांसद भगवंत मान ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के लोगों का ही नहीं अपने मंत्रियों का विश्वास भी खो चुके हैं। इस लिए कैप्टन को पंजाब के मुख्यमंत्री पद से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी समय कैप्टन के चहेते रहे मंत्रियों का भी पंजाब कैबिनेट की मीटिंग से गैरहाजिर रहना सिद्ध करता है कि पंजाब की कांग्रेस सरकार में सब कुछ अच्छा नहीं है।
वीरवार को पार्टी मुख्य दफ्तर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए भगवंत मान और पार्टी के पंजाब सह-प्रभारी राघव चड्ढा ने कहा कि बीते कल कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की कैबिनेट मीटिंग हुई थी और इस मीटिंग में मुख्यमंत्री की तरफ से अलग अलग मुद्दों के साथ सम्बन्धित 32 प्रस्ताव पेश किए गए थे, परन्तु मीटिंग के दौरान सरकार के मंत्रियों ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ सहमति नहीं जताई और केवल दो प्रस्ताव ही पास हुए।
मान ने कहा कि कैबिनेट मीटिंग के दौरान 30 बिल के पास न होना सिद्ध करता है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने मंत्रियों का समर्थन भी खो चुके हैं, जब कि पंजाब के लोगों का विश्वास तो पहले ही खो चुके हैं। आप नेताओं ने कहा कि भारत के इतिहास में यह पहली बार है कि बड़े बहुमत वाली सरकार के अपने ही मंत्री मुख्यमंत्री फिर से बुलाई गई कैबिनेट मीटिंग में से गैर उपस्थित रहे हैं जिस कारण कोरम पूरा न होते देख सरकार को अपने एजेंडे वापिस लेने पड़े।
मान व चड्ढा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कोरोना महामारी के दौर में पंजाब के लोगों को लावारिस छोड़ दिया है। कांग्रेस सरकार के मंत्री और विधायक अपनी अपनी कुर्सी बचाने के लिए लड़ते हैं और कांग्रेस हाई कमांड के चरणों में दिल्ली डेरे लगाई बैठे हैं। आज तो मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी गांधी परिवार के चरणों में हाजिऱी भरने चले गए। मान ने कहा कि कांग्रेसियों ने गुरू की बेअदबी,कोटकपूरा गोली कांड, माफिय़ा राज और घर घर नौकरी जैसे सभी मुद्दे भुला दिए हैं और वह केवल अपनी कुर्सी की लड़ाई लड़ रहे हैं।
इस समय पंजाब मामलों के सह-इंचार्ज और दिल्ली के विधायक राघव चड्ढा ने कहा कि आज पंजाब में कांग्रेस पार्टी खुद वेंटिलेटर पर पड़ी है और कोई दवा या टीका कांग्रेस पार्टी को नहीं बचा सकती। इस लिए पंजाब में कांग्रेस पार्टी को वोट देना अपनी वोट की बर्बादी करना है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ही पंजाबियों की सही अर्थों में प्रतिनिधित्व कर सकती है और आने वाले समय में पंजाब हितैषी इक_े हो कर पंजाब की आवाज़ बुलंद करेंगे।
सुखपाल खहरा और कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बारे में पूछे सवाल के जवाब में आप नेताओं ने कहा कि खहरा तकरीबन दो साल पहले ही पार्टी से अलग हो चुके हैं और इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी का गठन भी किया था, परंतु लोगों ने उनको नकार दिया था। उन्होंने कहा कि सुखपाल सिंह खहरा की विधान सभा से बखऱ्ास्तगी के लिए आम आदमी पार्टी बार बार पंजाब विधान सभा के स्पीकर को गुज़ारिश करती रही है परंतु उन्होंने सरकार के इशारों और सुखपाल खहरा के खिलाफ कोई भी एक्शन नहीं लिया। उन्होंने कहा कि सुखपाल खहरा लोक हितैशी होने का केवल नाटक करते हैं, परन्तु उन्होंने पंजाब विरोधी पार्टी के साथ खड़े हो कर अपनी नीयत को जनतक किया है।
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