चंडीगढ़।

 प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ विनोद कुमार शर्मा के काव्य संग्रह "बढ़ते कदम"का विमोचन प्रतिष्ठित शायर व हरियाणा साहित्य अकादमी के निदेशक डॉक्टर चंद्र त्रिखा द्वारा किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कवि प्रेम विज, डॉ. सरिता मेहता, नीरू मित्तल, अंजू शर्मा और राजेश शर्मा आदि उपस्थित थे।

  चंद्र त्रिखा ने कहा कि डॉ. विनोद शर्मा की कविताओं में कर्मठता व जिजीविषा  के भाव हैं। अधिकांश कविताएं आदर्शोंन्मुखी  हैं। इनमें भरपूर संभावनाएं हैं और आने वाले समय में यह शब्द साधना के मार्ग पर अनेक उपलब्धियां अपने खाते में दर्ज कराने में समर्थ हैं। कविवर प्रेम विज ने कहा कि  डॉ. विनोद शर्मा की कविताओं की विशेषता यह है कि इनमें सकारात्मक भाव है अर्थात आगे बढ़ने की प्रेरणा हैं। उन्होंने  युगीन यथार्थ को सूक्ष्मता व संवेदनशीलता से अनुभव किया है और उनकी कविताओं में अभिव्यक्ति दिखाई देती है। कविता में नैतिक मूल्य भी हैं और काव्य जगत में इसका भरपूर स्वागत होगा। 

डॉ. सरिता मेहता ने कहा कि डॉ. विनोद शर्मा की कविताएं मेहनत करने की प्रेरणा, निडर, मन की स्थिरता, कर्म करने और आत्मबल से प्रचंड अग्नि जगाती हुई काम, क्रोध, लोभ और मोह को छोड़ सदा मुस्कुराते रहने का संदेश देती है और आध्यात्मिकता की ओर बढ़ते हुए युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक साबित होगी। यह काव्य संकलन बहुत ही सरल भाषा में सकारात्मक सोच की रचनाएं समाहित किए हुए हैं।

कवयित्री नीरू मित्तल ने कहा कि डॉ. विनोद शर्मा एक आशावादी कवि हैं जो अपनी ओजस्वी लेखनी से भारत के युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं।

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