•  मानव को मानव हो प्यारा एक दूजे का बने सहारा को चरितार्थ करते हुए निरंकारी मिशन


चंडीगढ़ 




 निरंकारी सद्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज के आर्शीवाद एवं दिशा निर्द्रेश से आज सन्त निरंकारी सत्संग भवन, सैक्टर 15 डी में रक्तदान शिविर का आयोजन किया। जिसमें एरिया 15 की साधसंगत ने योगदान दिया। इसमें 102 निरंकारी श्रद्धालुआें ने मानवता की सेवा हेतू रक्तदान किया।


इस रक्तदान शिविर का उद्घाटन पी0 जी0 आई रक्ता़धान औषधि विभाग के प्राध्यापक एवं अध्यक्ष डाॅ० रत्ती राम शर्मा जी ने अपने कर-कमलों द्वारा किया। इस अवसर पर उन्होंने सन्त निरंकारी मिशन के समाज भलाई के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि मिशन के ऐेसे योगदानों से पी0 जी0 आई0 में रक्त की कमी नहीं हुई तथा थैलीसीमिया बीमारी से ग्रस्त व अनेक जरूरत मंदों को समय पर रक्त उपलब्ध करवाते रहे।


चंडीगढ़ के जोनल इंचार्ज जी ने बताया कि सन्त निरंकारी मिशन द्वारा 1986 से अब तक लगभग 12 लाख युनिट रक्तदान किया जा चुका है और इसी लड़ी में आने वाले दिनों में ट्ाईसिटी में और भी शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।


चंडीगढ़ के संयोजक  श्री नवनीत पाठक जी ने कहा कि निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज का संदेश “खून नालियों में नहीं नाड़ियों में बहना चाहिए“ को सार्थक रूप देते हुए और इसी लड़ी को आगे बढ़ाते हुए वर्तमान सतगुरू माता सुदीक्षा जी महाराज मानव को मानव हो प्यारा एक दूजे का बने सहारा को चितार्थ करते हुए निरंकारी मिशन संसार में शांति, भाईचारा व एकत्व स्थापित कर रहे हैं।


इस शिविर का संचालन पी0 जी0 आई बल्ड बैंक के प्रोफेसर डाॅ सुचेत सचदेव की अगुवाई में 20 डाॅक्टर व पेरामेडिकल स्टाफ की सहायता से रक्त एकत्रित किया गया।


सैक्टर 15 के मुखी श्री एस एस बांगा जी ने डाॅ० रत्ती राम शर्मा जी और डाॅक्टरों की टीम व रक्तदाताओं, साधसंगत के साथ-साथ जोनल इंचार्ज, क्षेत्रीय संचालक श्री आत्मप्रकाश जी ,  संयोजक श्री नवनीत पाठक जी और श्री पवन कुमार जी, श्री एन0 के0 गुप्ता जी, मुखी का इस रक्तदान शिविर में योगदान देने पर धन्यवाद किया।

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