• बिजली मंत्री होने के नाते लोगों को बिजली से सम्बन्धित मुश्किलों के लिए नैतिक जिम्मेदारी लें कैप्टन -भगवंत मान 
  • ...पहले से ही मंदी की मार बर्दाश्त कर रहे उद्योगों को बिजली किल्लत के नाम पर बंद करवाना अति निंदनीय 
  • ...कैप्टन ने गलत बिजली समझौते रद्द न करके बादलों के साथ निभाया याराना और पंजाब के लोगों का निकाला पसीना 
  • ...पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर नया बिजली मॉडल किया जाएगा लागू 


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चंडीगढ़

भीषण गर्मी में बिजली न मिलने के कारण पंजाब का हर वासी घर से बाहर निकल कर धरने प्रदर्शन कर रहा है, केवल एक व्यक्ति जो अपने घर में बैठा आनंद ले रहा है और वह है पंजाब का मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह। यह ब्यान शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सूबा प्रधान और सांसद भगवंत मान ने प्रेस कान्फ्रैंस के दौरान देते ऐलान किया कि आराम फरमा रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह को जगाने के लिए आम आदमी पार्टी की ओर से 3 जुलाई दिन शनिवार को प्रात:काल 11 बजे कैप्टन के सिसवां फार्म हाऊस का घेराव किया जाएगा।

बिजली न मिलने के कारण पंजाब में मची हाहाकार के बारे में चिंता प्रकट करते भगवंत मान ने कहा, ‘‘हाकिम मौज करें, आम लोग भूखे मरें। यह अब ज़्यादा समय नहीं चलेगा।’’ उन्होंने कहा कि 3 जुलाई को पंजाब के लोग कैप्टन अमरिंदर सिंह के सिसवां फार्म हाऊस का मीटर चैक करके पता लगाएंगे कि यहां कितने घंटे बिजली का कट लग रहा है, क्योंकि पंजाब में घर की बिजली सप्लाई पर भारी कट लगने के कारण लोगों को सडक़ों पर आना पड़ रहा है और ट्यूबवैलों की बिजली न आने के कारण किसानों को मजबूरीवश धान की फसल खेतों में जोतना पड़ रहा है।

भगवंत मान ने कहा कि पिछले चुनाव के समय तो कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस पार्टी ने लोगों के साथ बहुत वायदे किये थे, परन्तु पूरा कोई भी नहीं किया। बल्कि अकाली दल और भाजपा की सरकार की ओर से लागू किये पंजाब विरोधी बिजली समझौते और माफिया राज कैप्टन अमरिंदर सिंह के राज में उसी तरह चल रहा है। बादलों की ओर से प्राईवेट थर्मल प्लांटों के साथ किये गए गलत समझौते और मौजूदा कांग्रेस सरकार की तरफ से समझौते रद्द न किये जाने के कारण सूबे में बिजली की बेहद बुरी हालत बनी है। बादलों की ओर से किये पंजाब विरोधी बिजली समझौतों का जिक्र करते भगवंत मान ने बताया कि प्राईवेट कंपनियां अपनी मर्जी से थर्मल प्लांट बंद रख सकतीं हैं और थर्मल प्लांट बंद होने पर पंजाब सरकार की ओर से थर्मल प्रबंधकों को रुपए के रूप में फिक्स चार्ज देना पड़ता है। उन्होंने बताया कि अब तक करीब 20,000 करोड़ रुपए फिक्स चार्ज की ओर से प्राईवेट बिजली कंपनियों को दिए जा चुके हैं, जिस से पंजाब के खजाने की लूट हुई है। बादलों की तरह कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब को आर्थिक तौर पर बर्बाद करने और अपने घर भरने में लगे हुए हैं। 

उन्होंने दोष लगाया, ‘‘कैप्टन ने गलत बिजली समझौते रद्द न करके, पंजाब के लोगों को धोखा दिया है।’’ आज जब पंजाब के किसान, मज़दूर, कारोबारी, उद्योगपति, मुलाज़िम, विद्यार्थी समेत हर वर्ग को बिजली न मिलने के कारण भारी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। तो उस समय कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेसी विधायकों के साथ अपने फार्म हाऊस पर 36 प्रकार के भोजन का आनंद ले रहें है और दूसरी ओर आधे कांग्रेसी विधायक और मंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए दिल्ली दरबार में हाज़िरी लगवा रहे हैं। 

बिजली की बुरी स्थिति के बारे में सुखबीर बादल की ओर से किये जा रहे प्रदर्शनों को ड्रामेबाजी करार देते भगवंत मान ने कहा कि अकाली दल बादल और भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने प्राईवेट बिजली कंपनियों के साथ गलत समझौते किये थे। उन्होंने पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया को सवाल किया कि वह बताएं कि अकाली सरकार के समय कितने सोलर पावर प्लांट और किस किस के नाम पर लगाए थे? 

मान ने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर नया बिजली मॉडल लागू किया जायेगा। पंजाब बिजली उत्पादन करने वाला सूबा है, परन्तु बुरी सरकारों की लुटेरी सोच के कारण यहां पंजाब विरोधी बिजली समझौते किये गए हैं। उन्होंने कहा कि आप की सरकार बनने पर प्राईवेट थर्मल प्लांटों के साथ किये गलत समझौतों की जांच की जायेगी और जरूरत पड़ी तो रद्द भी किये जाएंगे। इस के साथ ही गलत समझौते करने वाले उच्च आधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।   

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