• -थानों में दर्ज मामलों में सात प्रतिशत की उछाल, अपराधी निरंकुश
  • -पुलिस तंत्र पर जितना zर्च बढ़ा, उतना ही क्राइम बढ़ गया 


चंडीगढ़

 हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा है कि राज्य में विकास 'रिवर्स गियर' में चल रहा है जबकि अपराध व बेरोजगारी 'टाप गियर' में हैं । हालात से मुंह मोड़ कर सरकार न जाने किस उपलब्धि पर आत्ममुग्ध है, गदगद होकर अपनी पीठ थपथपाती नहीं थक रही। अपराध का ग्राफ इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि हर ओर भय व आशंका का माहौल है।


आज यहां जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि सरकार की दिशा हीन कार्यशैली के कारण हर मोर्चे पर विफलता का मुंह देखना पड़ रहा है।


अपराध पर जरा भी रोक नहीं लग पा रही, अपराधियों के हौसले दिनों दिन बुलंद हो रहे हैं। वर्ष 2020 के पहले छह माह के दौरान पुलिस थानों में दर्ज मामलों के मुकाबले इस साल इसी अवधि में सात प्रतिशत अधिक केस दर्ज हुए। पिछले वर्ष एक जनवरी से 30 जून तक थानों में 61237 मामले दर्ज हुए थे। इस साल छह महीनों में पुलिस ने 66083 केस दर्ज किए । यानी केवल छह माह में 4846 अधिक केस दर्ज हुए।


उन्होंने कहा कि सरकार ने पुलिस तंत्र को बेहतर बनाने के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च कर डाले। कभी नए वाहनों पर, कभी पुलिस को हाईटेक बनाने के नाम पर तो कभी बिल्डिंग व अन्य संसाधनों के एवज में बेतरतीब खर्च होता रहा लेकिन परिणाम क्या निकला? अपराध नियंत्रण के लिए जितना अधिक धन खर्च हुआ , अपराध उतना ही बढ़ गया।


छह माह का आंकड़ा तो सिर्फ दर्ज मामलों का है। ऐसी शिकायतें बड़ी संख्या में सामने आ रही हैं कि पुलिस केस दर्ज नहीं कर रही। अगर पुलिस थानों में पहुंचने वाले सभी केस दर्ज किए जाएं तो आंकड़ा और डरावना हो जाएगा।


क्राइम कंट्रोल करने पर सरकार का ध्यान नहीं। सरकार में शीर्ष स्तर पर अहम का टकराव (ईगो क्लैश) अक्सर देखने को मिल रहा है जो पुलिस का मनोबल तोड़ रहा है। इससे अपराधी निरंकुश हो रहे हैं। कभी मंत्री, कभी शीर्ष अधिकारी एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा संभाले दिखाई देते हैं। इससे अराजकता की स्थिति पैदा हो रही है। समझ से बाहर है कि सरकार हालात की गंभीरता को क्यों नहीं समझना चाहती ?

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