चण्डीगढ़ / जीरकपुर
केंद्रीय हिंदी निदेशालय और साहित्य संगम के संयुक्त प्रयास से जीरकपुर में साहित्यिक भाषा और पत्रकारिता विषय पर तीन दिवसीय अखिल भारतीय सेमिनार का आयोजन आज से आरम्भ हो गया जिसमें प्रोफेसर जयप्रकाश की अध्यक्षता में आयोजन का आगाज सरस्वती वंदना से हुआ । राष्ट्रपति से शिक्षा क्षेत्र में सम्मानित रामदिया शास्त्री के मंत्रोच्चारण और केंद्रीय विद्यालय के एरिया की संगीत विदुषी रंजना ने सरस्वती वंदना की। डॉक्टर जयप्रकाश ने अपने बीज वक्तव्य में भाषा और पत्रकारिता के विस्तृत पहलुओं पर प्रकाश डाला । केंद्रीय हिंदी निदेशालय (शिक्षा मंत्रालय) के सहायक निदेशक शैलेश विडालिया ने निदेशालय की वर्तमान हिंदी योजनाओं का विस्तृत विवरण सामने रखा। टेकचंद अत्री ने इस सेमिनार के संचालन की बागडोर थामें रखी ।
साहित्य संगम के अध्यक्ष प्रोफेसर फूलचंद मानव ने साहित्य संगम ट्राइसिटी जीरकपुर के 45 वर्षों का साहित्य के प्रति समर्पण प्रस्तुत किया। दूसरे सत्र में डॉ रविंद्र कात्यायन ने सेमिनार की अध्यक्षता की। उनके ( हिंदी विभागाध्यक्ष मुंबई से ) पत्रकारिता के गहन अध्ययन के तजुर्बों ने मंत्रमुग्ध कर दिया। डॉक्टर नीलम सिंह (वाराणसी) व वंदना गुप्ता (सिलीगुड़ी) ने अपने वक्तव्य की छटा बिखेरते हुए आयोजन में नए आयाम जोड़ दिए। सांय कालीन सत्र में कविता पाठ का आयोजन सफल रहा। लुधियाना से जसप्रीत कौर फलक, स्थानीय गीतकार प्रवीण सुधाकर, डॉक्टर वंदना गुप्ता, डॉक्टर नीलम सिंह व टेकचंद अत्री के गीत व कविताओं की छटा मनोहारी थी। अंत में सभी विद्वानों व श्रोताओं की तन्मयता का आभार प्रकट करते हुए आयोजन का समापन किया गया।
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