Chandigarh 16 Jan. 2017 : धार्मिक बेअदबियों, नशा माफिया के दोषी बादलों अन्य सभी आरोपियों को टांगने के वायदे के साथ कैप्टन अमरेन्द्र ने कांग्रेस का चुनाव प्रचार शुरू किया
घटिया, कायर और चालाक केजरीवाल को दी चुनौती, यदि उनमें दम है, तो उनके खिलाफ लंबी से लड़ें
मेहराज, 15 जनवरी: पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने रविवार को रामपुरा फूल के मेहराज से बादलों के खिलाफ जोरदार हमला बोलते हुए, उनकी पार्टी के चुनाव प्रचार की शुरूआत की। उन्होंने वायदा किया कि वह धार्मिक बेअदबियों व नशा माफिया के लिए दोषी बादलों व अन्य आरोपियों को उनके सिर के बल टांग देंगे, जिन्होंने अरविंद केजरीवाल को एक घटिया, कायर और चालाक व्यक्ति करार देते हुए खारिज किया, जिनमें उनके खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने की हिम्मत नहीं है।
कैप्टन अमरेन्द्र रामपुरा फूल में मेहराज के गुरुद्वारा साहिब में छठी पातशाही से आर्शीवाद लेने के बाद एक विशाल रैली को संबोधित कर रहे थे, जिनके साथ 1305 में जैसलमेर से पंजाब में बसने के बाद से उनके परिवार के गहरे भावनात्मक रिश्ते हैं।
इस दौरान बादलों को राज्य से बाहर करने का वायदा करते हुए, जिन्होंने अपने कुशासन व बुरी करतूतों के जरिए पंजाब को घुटनों पर ला दिया है, कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि उन्होंने अकालियों के शिकंजों से पंजाब को आजाद करवाने के लिए मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के घर लंबी से उनके खिलाफ लडऩे का फैसला किया है, जो बीते 10 सालों से राज्य के लोगों को लूट रहे हैं।
उन्होंने केजरीवाल को भी चुनौती दी कि यदि उनमें अपने दावों के मुताबिक पंजाब चुनावों में विरोधियों को हराने पर इतना ही भरोसा है, तो वह मैदान में आएं और उनके खिलाफ लंबी से चुनाव लड़ें। कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि पंजाब आप नेता जैसे कायरों को सहन नहीं करता है। उन्होंने कहा कि यदि पंजाब को आप या अकालियों के हवाले कर दिया गया, तो वह कभी भी अपने सम्मान व गौरव दोबारा हासिल नहीं कर सकेगा।
लोगों के भारी उत्साह के बीच, कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि वह सुनिश्चित करेंगे कि केजरी-कूजरी पंजाब को कब्जाने में सफल न हो सके, जिसका इस राज्य के साथ कोई रिश्ता नहीं है। उन्होंने केजरीवाल को चालक धोखेबाज व पहले दर्जे का झूठा करार देते हुए, कहा कि आप बाहरियों की पार्टी है, जो राज्य में चुनाव प्रचार व सहयोग करने के लिए भी बाहरियों को ला रहे हैं, क्योंकि इनके साथ पंजाबियों का भरोसा या रिश्ता नहीं है।
कैप्टन अमरेन्द्र ने जोर देते हुए कहा कि उनकी सरकार पंजाब को तरक्की व विकास के मार्ग पर दोबारा लाने के लिए सातों दिन चौबीसों घंटे काम करेगी। इस क्रम में वह धार्मिक बेअदबियों जैसी गंभीर घटनाओं सहित नशे व अन्य माफियाओं की तुरंत जांच शुरू करवाएंगे, ताकि दोषियों की जवाबदेही तय की जा सके। उन्होंने लोगों के भारी वाह-वाह के बीच ऐलान किया कि वह दोषियों को सिर के बल टांग देंगे और यदि बादल भी ऐसे अपराधों में शामिल पाए गए, तो उन्हें भी सजा देंगे। कैप्टन अमरेन्द्र ने बादलों पर बीते समय के दौरान राज्य में हुई बेअदबी की घटनाओं की उचित तरीके से जांच न करवाते हुए, धार्मिक भावनाओं को भड़काकर लोगों बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
इसी तरह, लोगों के उत्साह के बीच कैप्टन अमरेन्द्र ने भावुक होते हुए उम्मीद जाहिर की कि वह 11 मार्च को जीत के साथ अपना जन्मदिन मना सकेंगे, जिस दिन विधानसभा चुनावों की मतगणना होनी है। जिस पर भीड़ ने उन्हें प्रोत्साहित करते हुए कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र का जन्मदिन मनाने के लिए पूरा राज्य उनके साथ होगा, जो अपनी पीढ़ी के राज्य में सबसे अधिक उम्र के 75 वर्ष के नेता बन जाएंगे।
राज्य द्वारा बीते 10 सालों के दौरान बादल के कुशासन में महसूस की गई परेशानियों का जिक्र करते हुए कैप्टन अमरेन्द्र ने उनके व उनकी पार्टी द्वारा किए गए सभी वायदों को पूरा करने की शपथ ली, जिनमें किसानों का कर्ज माफ करना शामिल है और इसके लिए 33 लाख लोगों ने फार्मों पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने औद्योगिक विकास को दोबारा पटरी पर लाने का वायदा किया और चल रही जनकल्याण स्कीमों को आगे भी जारी रखने की वचनबद्धता जाहिर करते हुए, बादलों पर लोगों को गुमराह करने के लिए इसके विपरीत दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया। उन्होंने ऐलान किया कि मुफ्त बिजली से लेकर पानी और इससे लेकर आटा-दाल स्कीम, किसी भी जनकल्याण कार्यक्रम को उनकी सरकार द्वारा रोका नहीं जाएगा।
कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि रैली के दौरान जमा हुई भारी भीड़ बादलों के खिलाफ लोगों के गुस्से का लक्ष्ण है और उन्होंने एक बार फिर से बादलों का राजनीतिक तौर पर अंत करने का वायदा किया। उन्होंने इसके साथ ही सत्ता में आने के बाद राज्य से तुरंत सभी माफियाओं को साफ करने का वायदा किया। उन्होंने सरकार बनने के चार हफ्तों के भीतर नशा माफिया का अंत करने का अपना वायदा दोहराया, जिसे लेकर उन्होंने श्री गुटका साहिब की शपथ भी ली थी।
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