चण्डीगढ संसार में सदैव रहने वाला परमात्मा ही सत्य है जिसको पूर्ण सत्गुरू की रहमत से ही जाना और देखा जा सकता है । दुनियां में केवलएक सत्गुरू ही परमात्मा की जानकारी करवाकर मुक्ति प्रदान कर सकता है । दुनियावी पदार्थ तो किसी भी तरीके से प्राप्त किए जा सकते हैं परन्तु परमात्मा कीजानकारी केवल पूरे सत्गुरू की शरण में आने से ही होती है जैसा कि हर धर्मिक ग्रन्थों में इस बारे में उल्लेख किया गया है । ये विचार सन्त निरंकारी मण्डल के सैंटरप्लांनिग एंड एडवाईजर बोर्ड के संयोजक श्री अमरीक सिंह जी, आई ए एस सेवा निवृत ने सन्त निरंकारी सत्संग भवन, सैक्टर 30-ऐ चण्डीगढ़ में आयोजित एक विशालसत्संग को सम्बोधित करते हुए कहे ।
उन्होंने आगे कहा कि निरंकारी मिशन एकत्व की भावना को महत्व देता है। मिशन का नारा है एक को जानो एक को मानो एक हो जाओ। वर्तमानसमय के सत्गुरू माता संविदर हरदेव जी महाराज इन्सान को एक परमपिता परमात्मा जो कि संसार के कण-कण में समाया हुआ है कि जानकारी करवा कर उसके मन सेद्वैत भावना का विनाश कर सारे मानव परिवार को एक प्यार वाले धागे में सजा रहे हैं । उन्होंने कहा कि आत्मा जो कि शरीर में रह रही है वह परमात्मा नहीं बल्कि कण-कण में व्यापत इस निराकार प्रभु की अंश है जो कि अपने निज स्वरूप की जानकारी के बाद ही इस परमात्मा से मिल कर एक हो सकती है । आत्मा का परमात्मा सेमिलन ही मुक्ति है ।
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