राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए 2012 में माँगा एनओसी, 2015 में आया जवाब, आज तक जजमेंट नहीं
जब तक विवादित पटीशन पर जजमेंट नहीं आ जाती तब तक राष्ट्रपति पद के चुनाव पर रोक लगा दी जाए, यह कहना है चंडीगढ़ निवासी विजय कुमार का, जो कि स्वयं को राष्ट्रपति पद के लिए सफल उम्मीदवार मान रहे हैं। इस संबंधित उन्होंने राष्ट्रपति व चीफ इलेक्शन कमीशन को पत्र लिखकर राष्ट्रपति चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगाने की माँग की थी। लेकिन उनकी माँग की अव्हेलना कर मुख्य चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति चुनाव हेतु अधिसूचना जारी कर दी।
चंडीगढ़ स्थित प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए विजय कुमार ने कहा कि वे सरकारी कर्मचारी हैं। वर्ष 2012 में विजय कुमार ने राष्ट्रपति पद के चुनाव लड़ने के लिए इच्छा जताई थी जिसके चलते नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट माँगा था। जो कि राष्ट्रपति द्वारा दी जानी थी क्योंकि भारत के संविधान में उक्त प्रावधान नहीं है। उन्होंने बताया कि वे राष्ट्रपति व मुख्य चुनाव आयोग से एनओसी माँगते रहे परंतु उन्हें एनओसी जारी नहीं की गई। जिस कारण वे चुनाव नहीं लड़ पाए।
विजय कुमार ने बताया कि उन्होंने आर्थिक कमी होने के कारण सर्वोच्च न्यायालय की मिडल क्लास लीगल अथोर्टी से लीगल एड की माँग की थी जिस पर उक्त न्यायालय ने कांउसल उपलब्ध करवाने की एवज़ में उनसे 25000 रूपए भी लिए, परंतु 6 माह बाद यह राशि उन्हें वापस कर दी गई । उन्होंने बताया कि उनके द्वारा दायर की गई पटीशन स्वीकार कर ली है जिस पर जजमेंट आनी चहिए। लेकिन कोर्ट ने जजमेंट की बजाय ओपिनियन दे दिया कि जिस रास्ते से आप चुनाव लड़ने जा रहे हो वह ठीक नहीं है। विजय कुमार के अनुसार उन्होंने तब भी हार नहीं मानी और राष्ट्रपति एक्ट को स्टडी किया व राष्ट्रपति एवं राष्ट्रपति सचिवालय को पत्र लिखकर स्वयं को राष्ट्रपति पद के लिए काबिल बताया । एक्ट के तहत चूँकि संविधान में एनओसी का प्रावधान नहीं है इसलिए राष्ट्रपति को उन्हें जवाब देना चाहिए था या संबंधित विभाग को रेफर करना चाहिए था।
विजय कुमार ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के समक्ष पटीशन दायर कर उनके केस में जजमेंट की माँग की थी जो कि नहीं दी जा रही, इसलिए या तो वे राष्ट्रपति पद से रिज़ाईन दे या फिर एक और पोस्ट क्रीएट की जाए। इस पर राष्ट्रपति सचिवालय ने उनकी पटीशन को वैध माना व इस पर चुनाव आयोग को जवाब देने के लिए कहा गया।
19 मई 2017 विजय कुमार ने दोबारा एक पत्र राष्ट्रपति व मुख्य चुनाव आयोग को लिखकर माँग की है कि जब तक उनकी पटीशन का फैसला नहीं हो जाता तब तक राष्ट्रपति चुनावों की अधिसूचना जारी न की जाए। लेकिन आयोग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। जिसे वे चुनौती दे चुके हैं। उन्होंने राष्ट्रपति व मुख्य चुनाव आयोग को पत्र लिखकर माँग की है कि उक्त अधिसूचना को खारिज किया जाए क्योंकि वे राष्ट्रपति पद के लिए सफल प्रतिभागी हैं।
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