• - मृतक की माता ने कहा ‘‘कांग्रेसी एम.एल.ए. की शह पर न सरपंच को गिरफ्तार कर रही पुलिस और परिवार को इलाके में कान्फ्रेंस तक करने से रोकने के लिए बनाया जा रहा है दबाव’’

मोहाली 




पंजाब के जिला गुरदासपुर के गांव डडवां निवासी नौजवान रौका मसीह की पुलिस हिरासत में हुई मौत मामले में परिवार ने हलका कादियां से कांग्रेसी एम.एल.ए. पर पुलिस कार्यवाही प्रभावित करने, केस में मुख्य आरोपी कांग्रेसी सरपंच को गिरफ्तारी  से बचाने तथा उस इलाके में प्रेस कान्फ्रेंस तक करने से धमकाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। इसी डर से आज उन्हें मोहाली में प्रेस कान्फ्रेंस करनी पड़ी।

आज यहां मोहाली प्रैस कल्ब में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेंस में मृतक की बुजुर्ग माता वीना, भाई लक्की ने अपनी दुखभरी कहानी बताते हुए कहा कि 4 जनवरी 2021 को उन के पुत्र रौका मसीह को उन के ही गांव के सरपंच ने अपने साथीयों सहित घर में बंद करके बुरी तरह मारपीट की थी और बाद में अपने रसूख के साथ पुलिस बुला कर पुलिस को पकड़ा दिया। पुलिस ने भी उस की बुरी तरह पिटाई की। पहले सरपंच के कथित गुंडों और फिर पुलिस की पिटाई खाने से रौका मसीह की मौत हो गई। परिवार द्वारा लाश सडक़ पर रख कर किये गये रोष प्रदर्शन उपरांत पुलिस ने चाहे पुलिस स्टेशन धारीवाल में कत्ल केस दर्ज कर लिया था परंतु उस केस में धारीवाल पुलिस स्टेशन के एस.एच.ओ. मनजीत सिंह का नाम शामिल नहीं किया जबकि रौका मसीह की मौत पुलिस हिरासत में हुई।

पीडि़त परिवार ने कहा कि धारीवाल पुलिस स्टेशन का एस.एच.ओ. कादियां हल्के से एम.एल.ए. का रिश्तेदार है। कांग्रेसी एम.एल.ए. के प्रभाव और रसूख करके एस.एच.ओ. का नाम एफ.आई.आर. में दर्ज नहीं किया जा रहा और न ही केस के मुख्य आरोपी कांग्रेसी सरपंच लवप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया जा रहा है। उल्टा मृतक के पारिवारिक सदस्यों को डराया धमकाया जा रहा है। उन पर केस वापिस लेने के लिए भी दबाव बनाया जा रहा है।

प्रेस कान्फ्रेंस में मौजूद क्रिशचियन नेश्नल फरंट, भगवान वाल्मीकि धर्म रक्षा समिति, सांझा फरंट, शिरोमणी रंघरेटा दल पंजब, वाल्मीकि धार्मिक सिख मोर्चा पंजाब, वाल्मीकि शक्ति संगठन पंजाब, दशमेश तरना दल आदि के क्रमश नुमायंदों लारैंस चौधरी, विकास हंस, मोहिन्द्र सिंह हमीरा, बलबीर सिंह चीमा, रौकी वाल्मीकि आदि ने मांग की कि इस केस की जांच सी.बी.आई. से करवाई जाये और मुख्य आरोपी सरपंच लवप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया जाये। इस के साथ ही एस.एच.ओ. का नाम भी केस में दर्ज किया जाये। 

इस संबंध में संपर्क करने पर एस.एच.ओ. पुलिस स्टेशन धारीवाल (गुरदासपुर) मनजीत सिंह ने बताया कि मृतक नौजवान पर आठ केस दर्ज थे और वह नशे करने का आदी भी था। जिस दिन सरपंच और साथियों ने उसे पीटा, उस दिन भी वह नशे की ओवरडोज़ में था और पुलिस उसे ईलाज के लिए ले जा रही थी जिस दौरान उस की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि परिवार की ओर से पुलिस पर आरोप गल्त लगाए जा रहे हैं और जहां तक सरपंच की गिरफ्तारी की बात है, वह अभी फरार चल रहा है जिस की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

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