शहर के साइकोलॉजिस्ट एवं कलाकार द्वारा कमजोर आर्थिक आधार वाले परिवारों के बच्चों और अभिभावकों की काउंसलिंग के साथ प्रशिक्षण शुरू किया गया

चंडीगढ़, 03 सितंबर, 2016: सुविधाओं से वंचित बच्चों में छिपी हुई प्रतिभाओं को उभार कर सामने लाने के लिए अनु सिंह, चंडीगढ़ की जानी मानी कलाकार, ने आज एक नए सामाजिक प्रयास स्टार चित्रकार को शुरू करने की घोषणा की। सिंह, जो कि एक प्रोफेशनल साइकोलॉजिस्ट काउंसलर हैं और वे अमेरिकन साइकोलॉजी एसोसिएशन से जुड़ी हैं, ना सिर्फ ऐसे बच्चों की प्रतिभा को सामने लाएंगी बल्कि उनकी ड्राइंग्स के माध्यम से उनकी मनोवृति को भी समझंगी और उन्हें अपना भविष्य बेहतर बनाने के लिए निशुल्क परामर्श भी प्रदान करेंगी। 

अनु सिंह, 35 वर्षीय प्रोफेशनल साइकोलॉजिस्ट पूरे देश और विदेश में कई सारी एग्जीबिशंस और आयोजित कर चुकी हैं। उन्होंने हाल ही में मैनहट्टन, अमेरिका में भी एक प्रदर्शनी आयोजित की है। वर्कशॉप में एनजीओ आश्रय के 50 से अधिक बच्चों ने हिस्सा लिया। वर्कशॉप इनोवेट, में आयोजित की गई जो कि स्थानीय इंडस्ट्रियल एरिया फेज 1 में स्टार्टअप्स के लिए बनाया गया एक को-वर्किंग स्पेस है। ये सभी बच्चे सुविधाओं से वंचित परिवारों से संबंधित थे जिनको ड्राइंग सामग्री प्रदान की गई और उन्हें अपनी मर्जी के अनुसार किसी भी तरह का चित्र बनाने का अवसर दिया गया। इसके बाद उन्हें इस बारे में अन्य जानकारी भी प्रदान की गई। 

अपने इस अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि बच्चों में अपार प्रतिभाएं छिपी रहती हैं, पर कई बार उन्हें उन्हें निखार कर सामने लाने और अपना कैरियर बनाने का अवसर नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि इन बच्चों का जोश और प्रतिभा देखकर मैं काफी प्रभावित हुई हूं। स्टार चित्रकार एक छोटा सा प्रयास है जो कि ना सिर्फ इन बच्चों को सितारों की तरह चमकने का अवसर देगा बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ाएगा। ये बच्चे हमारे बीच में से ही हैं, उन्हें सिर्फ एक अवसर और कुछ सहायता की जरूरत है ताकि वे कला के क्षेत्र में असली सितारों के सरीखे चमक सकें। 

अनु ने कहा कि मैं ट्राईसिटी के अलग अलग हिस्सों और अलग अलग जगहों पर ऐसी ट्रैनिंग वर्कशॉप्स को आयोजित करूंगी और एक साल के बाद इन बच्चों की कलाकृतियों की एक प्रदर्शनी लगाने की योजना भी बना रही हूं। इससे प्रतिभाशाली बच्चों को स्टार की तरह चमकने का अवसर मिलने के साथ ही सही दिशा में आगे बढऩे का मौका भी मिलेगा। 

उन्होंने कहा कि ‘‘मैंने कला के क्षेत्र में कोई पारंपरिक प्रशिक्षण नहीं लिया है, पर मुझे पेंटिंग करने का जोश था और मैंने अपने इस शौक को आगे बढ़ाया और लगातार ऐसा कर रही हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि स्टार चित्रकार की मदद से मैं कुछ बेहतरीन कलाकारों को तैयार करने में सफल रहूंगी। मैं इस काम में कुछ एनजीओ को भी शामिल कर रही हूं ताकि इस प्रयास को और आगे लेकर जाया जा सके और शुरुआत में मासिक आधार पर ऐसी वर्कशॉप्स को आयोजित करने की योजना पर काम कर रही हूं। उसके बाद हर सप्ताह भी वर्कशॉप्स आयोजित की जा सकती हैं ताकि बच्चों को बार-बार प्रशिक्षण देने के साथ ही उनकी नियमित काउंसलिंग भी की जा सके।’’

उन्होंने कहा कि एक साइकोलॉजिस्ट के तौर पर मुझे उस समय दुख होता है जब मां-बाप अक्सर मेरे पास आते हैं पर उन्हें बच्चों की असली समस्या के बारे में पता नहीं होता है। मैं बच्चों को कुछ चित्र बनाने के लिए कहती हूं और छोटी उम्र के बच्चे वहीं बनाते हैं जो कि उनके दिमाग में होता है। इस प्रकार से उनकी मनोवृति को अच्छे से समझने में मदद मिलती है। अनु ने बताया कि बच्चों के साथ उनके अभिभावकों को भी स्टार चित्रकार के माध्यम से काउंसलिंग प्रदान की जाएगी। 

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