चंडीगढ़ 08th Nov.2016 : उत्तर भारत के व्यवसायी गुरविंदर सिंह ने आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेताओं, आला पुलिस अधिकारियों व राजस्व विभाग के अधिकारियों पर धोखधड़ी के आरोप लगाए हैं | उनका कहना है कि इन सभी ने मिल कर उनके पिता जी कि दिमागी अस्वस्थता का फायदा उठाते हुए नकली कागजातों के जरिये जालंधर स्थित काफी सारी जायदाद को हथियाने कि कोशिश कि है |
पीपीपी की ओर से भुलत्थ हलके से चुनाव लड़ चुके और अब कांग्रेस की टिकट के प्रबल दावेदार गुरमीत सिंह नडाला, कांग्रेस के सीनियर लीडर अवतार सिंह बल, प्रॉपर्टी डीलर और आम आदमी पार्टी के प्रमुख लीडर दुर्गेश पाठक और जरनैल सिंह पंजाब इंचार्ज और जालंधर व कपूरथला से सौदेबाजी कर पैसे का लेन देन करने वाला मोहन सिंह बल जो की कांग्रेस की शह पर एसजीपीसी के आज़ाद तौर पर चुनाव लड़ चूका है आदि ने मिलकर उनके साथ उनकी जमीन जायदाद को हड़पने की कोशिश की | यही नही आईजी गौतम चीमा, डॉ. रविंदर सिंह बल और डॉ. अमनदीप कौर बल द्वारा उनको जान से मारने की कोशिश का षड्यंत्र भी रच डाला |
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में गुरविंदर सिंह ने बताया कि उनके पिता गुरदीप सिंह, जिनकी दिमागी हालत ठीक नही है और वे जालंधर में अपने निवास स्थान पर रहते हैं | जालंधर में उनकी काफी सारी जमीन जायदाद है | वहीँ उनके अस्पताल में अपना क्लीनिक चलाने के लिए एक डॉक्टर दंपति ने किराये पर दो केबिन लिए | देर सवेर इस डॉक्टर दंपती को जब पता चला कि गुरदीप सिंह जी कि दिमागी हालत ठीक नही रहती है तो उन्होंने इसका फायदा उठाते हुए हमारी पुश्तेनी जमीन जायदाद को हथियाने की योजना बनाई | इस काम में आम आदमी पार्टी के नेता दुर्गेश पाठक, जरनैल सिंह, सहित पुलिस आला अधिकारी व राजस्व विभाग के अधिकारियों ने उनकी मदद की है | यह सारी जायदाद करीबन रुपए 300 करोड़ की है |
गुरविंदर सिंह के अनुसार उन्हें इस सारी धोखाधड़ी का अंदाज़ा उस समय लगा जब उन्होंने अपने अस्पताल का बिजली बिल देखा | जिस पर मालिकाना नाम उनके पिता जी गुरदीप सिंह की जगह किसी अन्य का नाम था | जब उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों से मामला जानने की कोशिश की तो आफिस से फ़ॉइल ही गायब पायी गयी और उनका शक और ज्यादा बढ़ गया | उन्होंने इस सारे घटनाक्रम की जड़ ढूंढने की कोशिश की तो परत दर परत खुलती चली गयी | उन्होंने बताया की हद तो तब हो गयी जब उन्हें गुरदीप सिंह द्वारा हस्ताक्षरित पवार ऑफ़ अटॉर्नी और इकरारनामा दिखाया गया | जबकि उनके पिता जी दिमागी तौर पर संतुष्ट ही नही थे , जिसका प्रमाण डॉक्टरों ने कई महीनों पहले ही दे रखा था |
पीपीपी की ओर से भुलत्थ हलके से चुनाव लड़ चुके और अब कांग्रेस की टिकट के प्रबल दावेदार गुरमीत सिंह नडाला, कांग्रेस के सीनियर लीडर अवतार सिंह बल, प्रॉपर्टी डीलर और आम आदमी पार्टी के प्रमुख लीडर दुर्गेश पाठक और जरनैल सिंह पंजाब इंचार्ज और जालंधर व कपूरथला से सौदेबाजी कर पैसे का लेन देन करने वाला मोहन सिंह बल जो की कांग्रेस की शह पर एसजीपीसी के आज़ाद तौर पर चुनाव लड़ चूका है आदि ने मिलकर उनके साथ उनकी जमीन जायदाद को हड़पने की कोशिश की | यही नही आईजी गौतम चीमा, डॉ. रविंदर सिंह बल और डॉ. अमनदीप कौर बल द्वारा उनको जान से मारने की कोशिश का षड्यंत्र भी रच डाला |
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में गुरविंदर सिंह ने बताया कि उनके पिता गुरदीप सिंह, जिनकी दिमागी हालत ठीक नही है और वे जालंधर में अपने निवास स्थान पर रहते हैं | जालंधर में उनकी काफी सारी जमीन जायदाद है | वहीँ उनके अस्पताल में अपना क्लीनिक चलाने के लिए एक डॉक्टर दंपति ने किराये पर दो केबिन लिए | देर सवेर इस डॉक्टर दंपती को जब पता चला कि गुरदीप सिंह जी कि दिमागी हालत ठीक नही रहती है तो उन्होंने इसका फायदा उठाते हुए हमारी पुश्तेनी जमीन जायदाद को हथियाने की योजना बनाई | इस काम में आम आदमी पार्टी के नेता दुर्गेश पाठक, जरनैल सिंह, सहित पुलिस आला अधिकारी व राजस्व विभाग के अधिकारियों ने उनकी मदद की है | यह सारी जायदाद करीबन रुपए 300 करोड़ की है |
गुरविंदर सिंह के अनुसार उन्हें इस सारी धोखाधड़ी का अंदाज़ा उस समय लगा जब उन्होंने अपने अस्पताल का बिजली बिल देखा | जिस पर मालिकाना नाम उनके पिता जी गुरदीप सिंह की जगह किसी अन्य का नाम था | जब उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों से मामला जानने की कोशिश की तो आफिस से फ़ॉइल ही गायब पायी गयी और उनका शक और ज्यादा बढ़ गया | उन्होंने इस सारे घटनाक्रम की जड़ ढूंढने की कोशिश की तो परत दर परत खुलती चली गयी | उन्होंने बताया की हद तो तब हो गयी जब उन्हें गुरदीप सिंह द्वारा हस्ताक्षरित पवार ऑफ़ अटॉर्नी और इकरारनामा दिखाया गया | जबकि उनके पिता जी दिमागी तौर पर संतुष्ट ही नही थे , जिसका प्रमाण डॉक्टरों ने कई महीनों पहले ही दे रखा था |
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