चंडीगढ़, 15 नवंबर: पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अनियोजित नोटबंदी के फैसले के बाद पैदा हुए संकट पर उनके अमानवीय रवैये की जोरदार निंदा की है, जिसने बीते 10 दिनों में पंजाब समेत देशभर में कई बेकसूरों की जानें ले ली हैं।
इस क्रम में सोमवार को जालंधर में एक निजी अस्पताल में ईलाज के दौरान नए नोटों के बंदोबस्त में हुई देरी के चलते एक व्यक्ति की मौत संबंधी खबरों पर दु:ख जताते हुए कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा है कि मोदी जी, लोग आपकी कड़क चाय से मर रहे हैं, जो उनके खाली पेटों में छाले बना रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने खुलासा किया कि देश के अन्य हिस्सों से भी नए नोटों की गैर मौजूदगी में समय पर ईलाज न मिलने से लोगों के मरने की खबरें आ रही हैं। इसी तरह, एक मामले में अपने पुराने नोटों को नयों में बदलवाने के लिए लाईन में इंतजार कर रहे एक व्यक्ति की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
कैप्टन अमरेन्द्र ने मोदी से जानना चाहा है कि कैसे ये घटनाएं देश में भ्रष्टाचार व काले धन के प्रसार को रोकने में सहायक होंगी। जिन्होंने मोदी को चेतावनी दी है कि यदि नोटबंदी का फैसला तुरंत बदला न गया, तो इसके चलते परेशान बेकसूरों की गुस्से की आग का उन्हें व उनकी सरकार का सामना करना पड़ेगा।
इस क्रम में नोटबंदी कार्यक्रम को सही तरीके से चलाने में अपनी विफलता पर पर्दा डालने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा झूठे दावों का सहारा लेने पर बरसते हुए कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि मोदी के दावों के विपरीत उनके इस कदम का नतीजा देश के गरीब लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
कैप्टन अमरेन्द्र ने प्रधानमंत्री द्वारा बिना सोचे-समझे उठाए इन कदमों पर बरसते हुए कहा कि मेहनत-मजदूरी से कमाए कुछ हजार रुपयों के अपने नोट बदलवाने व निकलवाने के लिए बैंकों व ए.टी.एमों की लंबी-लंबी कतारों में खड़े लोग, पुराने नोट न स्वीकार किए जाने से अस्पतालों में मर रहे लोग, और वे लोग जो खाली पेट सो रहे हैं, ऐसे लोगों को आपकी कड़क चाय सपनों में भी तंग कर रही है। ये लोग अमीर नहीं हैं, बल्कि देश के गरीबों से गरीब लोग हैं। 
इस मामले में मीडिया की खबरों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वास्तव में अमीर को सरकार के इस कदम की कई दिनों पहले ही सूचना मिल गई थी और उसने अपने पुराने नोटों को ठिकाने लगाने का पहले ही इंतजाम कर लिया था। जबकि सिर्फ गरीब लोग ही मोदी के इस अचानक ऐलान से अनजान और वे तब से अपनी खून-पसीने की कमाई को जमा करवाने या बदलवाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री के अनियोजित नोटबंदी कार्यक्रम से बीते कुछ दिनों में गरीबों को किस हद तक मार पड़ी है, का उनमें मची भगदड़ से अंदाजा लगाया जा सकता है, जिन्हें गुरुद्वारों और अन्य जगहों पर मुफ्त में खाना खिलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस कदम का सबसे बुरा शिकार गरीब व रोजाना दिहाड़ीदार बने हैं, जिनके पास अपने व अपने परिवार के लिए राशन खरीदने को भी पैसे नहीं हैं। जिन लोगों को जीने के लिए मांगकर खाना पड़ रहा है।
कैप्टन अमरेन्द्र ने मोदी से कहा कि जिस तरह से आप इस नोटबंदी के तानाशाही फैसले को कुछ स्तर पर वापिस लेने के खिलाफ अटल खड़े हो, इससे न सिर्फ देश अव्यवस्था की उस दशा की तरफ बढ़ रहा है, जिसका अभी अंदाजा नहीं लगाया जा सकता, बल्कि आम लोगों के विरूद्ध अपराध भी अपनी चरम सीमा पर पहुंच रहे हैं। जिन्होंने मांग की है कि नोटबंदी के पूरे घटनाक्रम में देश के लोगों के हितों की रक्षा करने में असफल रहने के लिए मोदी को जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
भ्रष्टाचार के खिलाफ लडऩे के आपके हास्यास्पद कदम के चलते बड़े स्तर पर लोगों को हो रही परेशानी के लिए आप ही जिम्मेदार हो। जिससे समस्या को हल करने की दिशा में कोई सहायता नहीं मिल रही है।
यहां जारी बयान में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी से कहा कि आपके इस कदम से अमीर व भ्रष्ट लोगों का काला धन नहीं बाहर आ रहा है, बल्कि आप गरीबों से उनकी मेहनत-मदजदूरी की कमाई छीन रहे हो। लेकिन उन गरीबों की बुरी हालत की आपको चिंता नहीं है।
ऐसे देश-विदेश की यात्राएं करने की बजाय, आपको अपनी ऐलान के बुरे परिणामें को देखने के लिए अपने कार्यालय में बैठना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी की देश के लोगों को ऐसे हालातों में धकेलने के लिए निंदा की है, जो अपनी जिंदगियां बचाने के लिए भी अपने पैसे खर्च नहीं कर सकते।
जिन्होंने मोदी से बाहर सड़कों पर निकलने और देखने को कहा है कि आप ने अपनी कलम के एक इशारे से इस देश और इसके लोगों के साथ क्या कर दिया है। देश के सामान्य व मासूम नागरिकों ने अपने हाथों से चुने नेताओं के हाथों ऐसे तानाशाही व्यवहार की उम्मीद नहीं की थी।

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