एक बार फिर से तुरंत चुनाव आचार संहिता लगाए जाने की मांग की
चंडीगढ़, 6 नवंबर: चुनाव आयोग द्वारा राज्य में निष्पक्ष व स्वतंत्र चुनाव करवाने हेतु उठाए जा रहे कदमों की प्रशंसा करने के साथ पंजाब कंागे्रस ने रविवार को एक बार फिर से बढ़ रहे अपराधिकरण व बादल सरकार द्वारा बड़े स्तर पर सरकारी मशीनरी के किए जा रहे दुरुपयोग पर लगाम कसने के लिए आयोग को बगैर किसी देरी से चुनाव आचार संहिता लागू करने की अपील की है।
चुनाव आयोग को भेजी एक शिकायत में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि सरकार द्वारा आयोग के निर्देशों की पालना न किए जाने के मद्देनजर राज्य में निष्पक्ष व स्वतंत्र चुनाव करवाने की संभावना दूर होती जा रही है।
शिकायत में उन्होंने कहा है कि आपके द्वारा पुलिस-अपराधिक संबंधों की जांच करने व विशेष सियासी हितों को पूरा करने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग तुरंत रोके जाने संबंधी निर्देशों के बावजूद पंजाब की बादल सरकार लगातार जनविरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रही है, जो राज्य में निष्पक्ष व स्वतंत्र चुनाव करवाने की प्रत्येक संभावना को खत्म करती जा रही है।
इस क्रम में कैप्टन अमरेन्द्र ने शिरोमणि अकाली दल के साथ सीधे तौर पर सांठगांठ करके लगातार आतंक बरसा रहे गुंडों, अपराधियों व माफिया का जिक्र किया है। आए दिन सामने आ रही घटनाएं राज्य में अपराधिक केसों व कानून और व्यवस्था की बुरी हालत में अकाली नेतृत्व की शमूलियत का खुलासा करती हैं।
इस शिकायत में कई अवसरों का जिक्र किया गया है, जो स्पष्टतौर पर खुलासा करते हैं कि बादल सरकार अपराध-राजनीतिकरण की सांठगांठ को शह दे रही है और हालातों को नियंत्रित करने के लिए चुनाव आयोग द्वारा सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत है। इस दौरान मानसा में अवैध शराब के साथ एक भाजपा नेता की गिरफ्तारी समेत अवैध शराब की बिक्री को लेकर मोगा में एक पूर्व सैनिक की हत्या संबंधी घटनाओं का जिक्र किया गया है।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने दलितों के खिलाफ बढ़ रहे अत्याचारों का जिक्र करते हुए राज्य में बिगड़ रही कानून व व्यवस्था के मद्देनजर चुनाव आयोग को तुरंत दखल देने की अपील की है। इसके तहत अकाली शासन के दौरान दलितों की बुरी हालत बताने के लिए खुलासा किया गया है कि कैसे तरनतारन में एक दलित युवक पर बुरी तरह से अत्याचार किया गया और मोगा में एक दलित परिवार के 5 सदस्यों के साथ एक हैड कांस्टेबल द्वारा मारपीट की गई।
शिकायत के दौरान बादल सरकार द्वारा अपने विशेष सियासी हितों को पूरा करने हेतु सरकारी मशीनरी के किए जा रहे दुरुपयोग पर गंभीर चिंता प्रकट की गई है और राज्य सरकार की सेहत जागरूकता मुहिम के तहत 100 मोबाइल वैनों को लांच किए जाने का भी जिक्र किया गया है।
उन्होंने कहा कि लगातार बिगड़ रहे हालातों के मद्देनजर राज्य में चुनाव सुरक्षित तरीके से करवाने हेतु चुनाव आयोग द्वारा सख्त व तुरंत कार्रवाई कुछ सुधार ला सकती है।
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