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कांग्रेस के कर्मठ एवम कट्टर नेता मोहन सिंह समेत सैकड़ों समर्थक भाजपा में शामिल
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोशियार भी पहुंचे चुनाव प्रचार में
कांग्रेस के कर्मठ एवम कट्टर नेता मोहन सिंह समेत सैकड़ों समर्थक भाजपा में शामिल
चंडीगढ़ 12 Dec.2016 : भारतीय जनता पार्टी
ने चंडीगढ़ नगर
निगम के चुनावों
को अपनी साख
का मुद्दा बना
लिया है ।
यदि वह यह
इलेक्शन जीत जाते
हैं तो उन्हें
यह प्रमाणित करने
की जरूरत नहीं
रहेगी के चंडीगढ़
के लोग नोट
बंदी को लेकर
पूरी तरह संतुष्ट
हैं । यह
कहना है सांसद
किरण खेर का,
जो आज वार्ड
न. 07 में भाजपा
पार्षद राजेश कालिया के
पक्ष में चुनाव
प्रचार में शामिल
हुई | इस मौके
पर कांग्रेस के
कर्मठ एवम कट्टर
नेता मोहन सिंह
ने अपने सैकड़ों
समर्थकों के साथ
भाजपा में शामिल
होकर पार्टी की
मजबूती ओर अधिक
बढ़ा दी है
|
आज निगम चुनावों
को लेकर उत्तराखंड
के पूर्व
भगत सिंह कोशियार
भी राजेश कालिया
के चुनाव प्रचार
और उनके हक़
में लोगों से
भाजपा को विजयी
बनाने कि अपील
की | उन्होंने बताया
कांग्रेस पार्टी हमेशा से
ही जातिवाद और
क्षेत्रवाद का सहारा
लेती आयी है।
इस बार भाजपा
ने भी उनके
इस हथकंडे को
तोड़ने के लिए
और चंडीगढ़ की
जनता को यह
दिखाने के लिए
कि भाजपा के
बड़े दिग्गज नेता
भी उनसे दूर
नही, राष्ट्रीय
स्तर के नेताओं
को आम जनता
के बीच लाना
आरम्भ कर दिया
है | चंडीगढ़
के इस वार्ड
में रहने वाले
लोगों में काफी
संख्या में लोग
उत्तराखंड , हिमाचल , यूपी और
बिहार से हैं
। उन वोटरों
को लुभाने के
लिए उनके क्षेत्र
के किसी सीनियर
नेता को बुलाना
अब बीजेपी के
लिए एक आम
बात हो गई
है
मुख्यमंत्री
पत्रकारों
से बातचीत करते
हुए सांसद किरण
खेर और भगत
सिंह कोशियार ने
बताया कि उनके
चंडीगढ़ आने का
उद्देश्य नगर निगम
के चुनावों के
लिए वोटरों को
भारतीय जनता पार्टी
के उम्मीदवारों को
जिता कर नरेंद्र
मोदी के हाथ
मजबूत करने के
लिए प्रेरित करना
है। उन्होंने कहा
कि नोटः बंदी
का फैसला एक
सोचा समझा फैसला
है जिस के
फायदे कुछ तकलीफ
सहने के बाद
कुछ दिनों में
पता चल जाएंगे
। काला धन
और जाली करंसी
को खत्म करने
के लिए नोट
बंद करना बेहद
जरूरी था। यदि
लोग कुछ दिन
मुश्किल सह लेते
हैं तो आगे
देश को और
जनता को बहुत
फायदा होगा।
भगत सिंह कोशियार
ने कहा कि बिहार
और यूपी के
वोटरों को लुभाने
के लिए मनोज
तिवारी को चंडीगढ़
बुलाना निश्चित रूप से
भारतीय जनता पार्टी
की अभिन्न रणनीति
और क्षेत्रीय राजनीति
को दर्शाता है
, और साथ में
यह भी पता
चलता है के
भारतीय जनता पार्टी
चंडीगढ़ नगर निगम
के चुनाव किसी
भी कीमत पर
जीतना चाहती है ताकि
प्रधानमंत्री को बताया
जा सके तो
चंडीगढ़ की जनता
नोट बंदी के
मामले को लेकर
उनके साथ है।
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