चंडीगढ़() एंजल द प्लेवे स्कूल मनीमाजरा, चंडीगढ़ के वार्षिक समारोह का आयोजन बाल भवन सै.23 में किया गया। सर्वप्रथम अध्यात्म व भक्ति भाव के साथ ज्योति प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया और ज्ञान ज्योति पर प्रकाश डाला और सर्व मंगल प्रार्थना की। वार्षिक समारोह में बच्चों ने मौजमस्ती के साथ पर्यावरण एवं वन्य प्राणी संरक्षण का संदेश भी दिया।
एंजल द प्लेवे स्कूल मनीमाजरा की प्रिंसिपल अमन प्रीत कौशल ने पेरेंट्स को बच्चों के प्रति जिम्मेदारी पूरी तरह से निभाने का आह्वान किया। उनके लिए समय निकालना जरुरी है। उन्होंने कहा कि हर बच्चे के अंदर प्रतिभा छुपी होती है। बस उसे निखारने की जरुरत है। छोटे छोटे बच्चों ने रंग बिरंगे परिधानों में सजकर फैंसी ड्रेस शो में भाग लिया। बच्चों ने फलों व सब्जियों वाले परिधान पहन कर जहाँ एक तरफ डांस से उपस्थित लोगों का मनोरंजन किया वहीं लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने की कोशिश भी की। इस के अतिरिक्त जंगली जानवरों के परिधानों में नाच कर मस्ती के अलावा वन्य संरक्षण और जीव हत्या पर रोकथाम का संदेश भी दिया। रंग बिरंगे कपड़ों में सदे बच्चे बहुत ही मनमोहक लग रहे थे। मानो कि बाल भवन वन्य जीवन की छटा में तबदील बो गया हो।
इस दौरान उन्होंने कविताएँ भी गुनगुनाई। प्राइमरी कक्षा के स्टूडेंट्स ने हिंदी और पंजाबी गानों की तर्ज पर डांस किया जबकि विद्यार्थियों ने भांगड़ा, डांडिया, गिद्दा, तथा नाटी नृत्य प्रस्तुत करके अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। छात्रों तथा छात्राओं ने कविताएं तथा देश भक्ति गीत गाए।
स्कूल की प्रिंसिपल ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा आये हुए अतिथियों तथा उपस्थित जनों का धन्यवाद किया। पढ़ाई तथा अन्य क्षेत्रों में बहेतर प्रदर्शन के लिए विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया।
एंजल द प्लेवे स्कूल मनीमाजरा की प्रिंसिपल अमन प्रीत कौशल ने पेरेंट्स को बच्चों के प्रति जिम्मेदारी पूरी तरह से निभाने का आह्वान किया। उनके लिए समय निकालना जरुरी है। उन्होंने कहा कि हर बच्चे के अंदर प्रतिभा छुपी होती है। बस उसे निखारने की जरुरत है। छोटे छोटे बच्चों ने रंग बिरंगे परिधानों में सजकर फैंसी ड्रेस शो में भाग लिया। बच्चों ने फलों व सब्जियों वाले परिधान पहन कर जहाँ एक तरफ डांस से उपस्थित लोगों का मनोरंजन किया वहीं लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने की कोशिश भी की। इस के अतिरिक्त जंगली जानवरों के परिधानों में नाच कर मस्ती के अलावा वन्य संरक्षण और जीव हत्या पर रोकथाम का संदेश भी दिया। रंग बिरंगे कपड़ों में सदे बच्चे बहुत ही मनमोहक लग रहे थे। मानो कि बाल भवन वन्य जीवन की छटा में तबदील बो गया हो।
इस दौरान उन्होंने कविताएँ भी गुनगुनाई। प्राइमरी कक्षा के स्टूडेंट्स ने हिंदी और पंजाबी गानों की तर्ज पर डांस किया जबकि विद्यार्थियों ने भांगड़ा, डांडिया, गिद्दा, तथा नाटी नृत्य प्रस्तुत करके अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। छात्रों तथा छात्राओं ने कविताएं तथा देश भक्ति गीत गाए।
स्कूल की प्रिंसिपल ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा आये हुए अतिथियों तथा उपस्थित जनों का धन्यवाद किया। पढ़ाई तथा अन्य क्षेत्रों में बहेतर प्रदर्शन के लिए विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया।
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