: हरियाणा की विमुक्त, घुमन्तु, अद्र्ध-घुमन्तु एवं टपरीवास जाति मामलों की सलाहकार समिति के चेयरमैन समेत 30 बिरादरियों के नेताओं ने संभाला मोर्चा
: आजाद भारत के इतिहास में पहली बार टपरीवास समुदाय के कार्यक्रम में शामिल होंगे मुख्यमंत्री
चंडीगढ। आजादी के सात दशक बाद भी अधिकारों से वंचित विमुक्त, घुमंतु, अर्ध घुमंतु, समुदाय के लोगों को दयनीय हालत से बाहर निकालने की दिशा में फतेहाबाद में 10 सितंबर को होने वाले राज्यस्तरीय मुक्ति दिवस सम्मेलन को ऐतिहासिक बनाने के लिए पूरी ताकत झौंकी जा रही है। हरियाणा की विमुक्त, घुमन्तु, अद्र्ध-घुमन्तु एवं टपरीवास जाति मामलों की सलाहकार समिति के चेयरमैन समेत 30 बिरादरियों के पदाधिकारियों ने जिला स्तर पर मोर्चा संभाल लिया है। बीते एक पखवाडे से लगातार टोलियां घुमंतु समुदाय के लोगों के बीच जाकर इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए न्यौता दे रही हैं।
बीते तीन दिन से फतेहाबाद, सिरसा और हिसार में डेरा डाले हुए हरियाणा की विमुक्त, घुमन्तु, अद्र्ध-घुमन्तु एवं टपरीवास जाति मामलों की सलाहकार समिति के चेयरमैन राजीव जैन की निगरानी में टपरीवास समुदाय की 30 के करीब जातियों के प्रतिनिधि जिला, उपमंडल तथा गांव स्तर पर पहुंच रहे हैं। नुक्कड सभा से लेकर डोर टू डोर जाकर समुदाय के लोगों को प्रदेश में पहली बार फतेहाबाद में होने वाले 66वें मुक्ति दिवस सम्मेलन में पूरी क्षमता और संख्या के साथ पहुंचने के निर्देश दिए जा रहे हैं। दशकों से सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक पिछडेपन के कारण आगे बढने में नाकामयाब साबित हो रही घुमंतु जातियों को एकजुट होकर अपने अधिकार की लडाई लडने के लिए प्रदेश सरकार ने भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव जैन को जिम्मेदारी सौंपी हुई है। विमुक्त-घुमंतु विकास बोर्ड अध्यक्ष डॉ बलवान सिंह, डीएनटी कल्याण संघ प्रधान राजेश गोयल की टीम व सभी समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ उन्होंने प्रदेश के हर उस कोने को चिन्हित करते हुए अपनी तैयारियों को अंजाम देना शुरू किया है, जहां घुमंतु और टपरीवास समुदाय के लोग बहुलता में रह रहे हैं। यही नहीं विभिन्न समुदाय की अगुवाई कर रहे लक्ष्मण नापा, हरिओम भाकर, पवन सागर, डॉ रामस्वरूप, रणजीत ओड, राजमकुमरी महला, मखन सिंह, ओपी भालिया, राजेंद्र ढेसू जोधा, मुख्तयार ङ्क्षसह बाजीगर, रोहताश कुमार, कुलदीप सिंबल, कर्मबीर रायका, मदन ओड, सुरजीत ओड, सुरजीत ओड, सुरजीत बाजीगर, जगदीश नायक, दलीप सिंह, रायसिंह चौहान, अश्वनी गुंदली, सुरजीत नायक शहरो और ग्रामीण आंचल में अस्थाई तौर पर बसे हुए इन लोगों को स्थाई व्यवस्था दिलाने की तैयारी में सरकार द्वारा जो कदम उठाए जा रहे हैं, उन तक पहुंचा रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय मंत्री, प्रदेश सरकार के मंत्रियों की मौजूदगी में घुमंतु एवं टपरीवास समुदाय अपनी पूरी ताकत दिखाने के लिए मेहनत कर रहा है, ताकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल दिल खोलकर उनके उत्थान की दिशा में पिटारा खोलें।  
सलाहकार समिति के चेयरमैन राजीव जैन की मानें तो केंद्र, प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा विमुक्त, घुमंतु, डीनोटीफाइड और नोमेडिक ट्राइब्स को लेकर ब्रिटिश सरकार द्वारा बनाए गए काले कानून को खत्म कर रही है। हरियाणा पहला प्रदेश है, जिसने विमुक्त-घुंमतु समुदाय के संबंध में आदतन अपराधी अधिनियम को समाप्त करने की पहल की है। वहीं राजनीतिक प्रतिनिधित्व देने के लिए न केवल विमुक्त-घुमंतु जाति विकास बोर्ड का गठन किया गया है, अपितु समाज के लोगों को इसमें जिम्मेदारी दी गई हैं। आजादी के 70 साल बाद भी दयनीय स्थिति में जीवन यापन कर रहे इन समुदाय के बच्चों के लिए निशुल्क प्री तथा पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति दी जा रही है। वहीं प्रदेश में उनके राशन कार्ड, आधार कार्ड और पहचान पत्र बनाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। यही नहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल इन जातियों कार्यक्रम में पहुंचेंगे, जो टपरीवास समुदाय के इतिहास में पहली बार होगा। वहीं पहली बार ही 30 समुदाय एक मंच पर एक साथ एकत्रित होंगे। 
रोजाना दर्जन भर स्थानों पर समुदाय के लोगों को फतेहाबाद सम्मेलन में पहुंचने के लिए न्यौता दे रहे राजीव जैन का कहना है कि उनकी अगुवाई में समाज के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को सिफारिशें सौंपी थी। 70 साल के इतिहास में वंचित वर्गों को अधिकार देने की दिशा में काम कर रहे मुख्यमंत्री मनोहर लाल वंचित समुदाय के आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक एवं राजनीतिक विकास के लिए शिक्षा, सेवा क्षेत्र में कई खास योजनाएं तैयार कर रहे हैं, जिनकी घोषणा फतेहाबाद में होनी है। उन्होंने बताया कि इस समुदाय के बच्चों के लिए निशुल्क कोचिंग, विभिन्न जिलों में हास्टल निर्माण कराने की भी योजना की घोषणा सम्मेलन में होगी।

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