चंडीगढ़ 7 दिसंबर- हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने आज सशस्त्र सेना झण्डा दिवस पर झण्डा कोष में दान दिया। इस अवसर पर शहीद रोहित कौशल के पिता एस.एस. कौशल ने भी झण्डा कोष में एक लाख रुपये की राशि का दान किया। उन्होंने राज्यपाल को इस राशि का चैक प्रदान किया जिसे उन्होंने दानपेटी में डाला।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि झण्डा दिवस सशस्त्र सेनाओं की सेवाओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन है। यह दिन देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए सैनिकों को याद करने और युद्ध वीरांगनाओं, घायल सैनिकों व उनके आश्रितों की मदद के लिए मनाया जाता है।
प्रो. सोलंकी ने कहा कि हमें
देश की रक्षा करने वाले सैनिकों और उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञ होना चाहिए और उनकी चिंता करनी चाहिए। उन्होंने शहीद रोहित कौशल की शहादत को याद करते हुए कहा कि ऐसे शूरमाओं की वीरता पर पूरे देश को गर्व है। वे हमारी आने वाली पीढिय़ों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। शहीद रोहित कौशल 10 नवम्बर, 1995 को डोडा जिला में मुलवानु क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ लड़ते-लड़ते वीरगति को प्राप्त होकर भारत माता के चरणों में विलीन हो गये थे।
देश की रक्षा करने वाले सैनिकों और उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञ होना चाहिए और उनकी चिंता करनी चाहिए। उन्होंने शहीद रोहित कौशल की शहादत को याद करते हुए कहा कि ऐसे शूरमाओं की वीरता पर पूरे देश को गर्व है। वे हमारी आने वाली पीढिय़ों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। शहीद रोहित कौशल 10 नवम्बर, 1995 को डोडा जिला में मुलवानु क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ लड़ते-लड़ते वीरगति को प्राप्त होकर भारत माता के चरणों में विलीन हो गये थे।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सशस्त्र सेना झण्डा दिवस का अवसर मात्रभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सशस्त्र सेनाओं के शूरवीर सैनिकों को स्मरण करने का दिन है। इस दिन हम शहीदों का सम्मान करते हैं, युद्ध विधवाओं, नि:शक्त व जरूरतमंद सैनिकों के प्रति अपनी संवेदनशीलता व्यक्त करते हैं और उन्हें आश्वस्त करते हैं कि पूरा देश उनके साथ है। मनोहर लाल ने कहा कि झण्डा दिवस हम सब को सशस्त्र सेनाओं के सेवारत व सेवानिवृत्त सैनिकों तथा उनके परिवारों के कल्याण के लिए उदारता से योगदान देकर उनके प्रति अपनी एकजुटता दिखाने का अवसर प्रदान करता है।
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