चण्डीगढ़ 3 नवम्बर ।  प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा आधुनिक खेलों के साथ.साथ पारंपरिक खेलों को भी बढ़ावा दिया गया है जिससे हरियाणा का नाम दुनिया के मानचित्र पर उभरा है। यह बात हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने शनिवार को मोतीलाल नेहरू खेलकूद विद्यालयए राई ;सोनीपत 44वें वार्षिकोत्सव में बोलते हुए कही। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं में अव्वल रहे छात्रों को सम्मानित किया। 
उन्होंने कहा कि हरियाणा में गुणवत्ता की शिक्षा के साथ.साथ खेलों का वातावरण भी कायम हुआ है जिसकी वजह से प्रदेश के युवाओं ने खेलों को करियर के रूप में अपनाया है। प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीए पिछले दिनो जर्काता ;इंडोनेशियाद्ध में आयोजित एशियन खेलों में देश के लिए जीते गए कुल पदकों में से हरियाणा के खिलाडियों ने 25 प्रतिशत यानि 17 पदक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया। 
उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य शिक्षा के साथ.साथ कृषिए पशुधनए ऑटोमोबाइल इंडस्ट्रीज व भारतीय सेना में योगदान  में भी देशभर में प्रथम स्थान पर है। देश के कुल भू.भाग का  2 प्रतिशत वाले हरियाणा प्रदेश का भारतीय सेना में 10 प्रतिशत से भी अधिक योगदान है जिससे हरियाणावासियों का गर्व से माथा ऊंचा हो जाता है। प्रदेश में बेटी बचाओ.बेटी पढ़ाओ अभियान को आगे बढ़ाया है और अब प्रदेश की बेटियां खेलों के साथ.साथ सेना में भी देश की सेवा कर रही हैं। 
श्री आर्य ने कहा कि भौतिकता के इस युग में आज के युवा को संस्कारवान बनाना निहायत जरूरी है इसके लिए शिक्षण संस्थाओं व शिक्षकगणों को और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को नैतिकता का पाठ पढाना चाहिए ताकि यह युवा वर्ग माता.पिताए गुरूजनए जन्म.भूमिए मातृभाषा एवं भारतीय संस्कृति का आदर करें और देश को फिर से विश्वगुरू का दर्जा प्राप्त हो। 
उन्होंने कहा कि खेलों से व्यक्ति का सर्वांगीण विकास होता है। इसलिए युवाओं के लिए खेल अति महत्वपूर्ण है। कहा भी गया है कि साउंड माइंड इन साउंड बॉडी। व्यक्ति का शरीर स्वस्थ होगा तो मस्तिष्क भी स्वस्थ होगा। खेल को जीवन में अपनाने से युवा शिक्षा तो बेहतर स्तर की ग्रहण करेंगे हीए साथ ही नैतिकता का भी ज्ञान होगा। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे माता.पिताए मातृभूमिए राष्ट्रभाषा की सेवा के लिए कार्य करें। तभी वे जीवन में आगे बढ़ेंगे और हर प्रकार की चुनौतियों का सामना कर पाएंगे। 
उन्होंने शिक्षा और खेलों के विकास के लिए मोती लाल खेलकूद विद्यालय के शिक्षकों की पीठ थप.थपाते हुए कहा कि इस विद्यालय ने नामि खिलाड़ीए शिक्षाविद व जनसेवा के क्षेत्र में अनेक विभागों को उच्च अधिकारी दिये है जिससे विद्यालय का नाम देश के चुनिंदा विद्यालयों में शामिल हुआ है। 

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