चंडीगढ़, 15 मई । यूटी इम्प्लाइज हाउसिंग वेल्फेयर सोसायटी चण्डीगढ की ओर से जारी एक बयान में सोसायटी के महासचिव डॉ धर्मेन्द्र ने कहा कोविड-19 के कारण आज हमारा देश ही नहीं बल्कि पूरा विश्व कोरोना की चपेट में है । डॉ धर्मेन्द्र ने कहा कि इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए हम चण्डीगढ प्रशासन से माँग करते हैं कि रिटायर हुए कर्मचारियों को वन टाइम रिलेक्सेशन देते हुए कम से कम दिसंबर 2020 तक का समय दिय़ा जाए और पैन्शनरी बैनिफिट जल्द से जल्द जारी किए जाएं ताकि कर्मचारी जो 30-35 साल से अधिक सरकार की सेवा करता है उसे थोड़ी राहत मिले और वो कहीं न कहीं मकान खरीद सकें अथवा बना सकें । उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है । देश में इस संकट को देखते हुए इस बीमारी को रोकने के प्रयासों के तहत केन्द्र सरकार ने पूरे देश में लाकडाउन लगा दिया। जिससे पूरे देश की लगभग सभी गतिविधियां रुक गई । इससे कर्मचारी वर्ग भी बहुत प्रभावित हुआ है। पंजाब सरकार द्वारा 58 साल की रिटायरमैन्ट उम्र में दी जाने वाली दो वर्षीय एक्सटेंशन को वापस ले लिया गया और सैकडों कर्मचारी 31-3-2020 को रिटायर हो गये । मार्च में कोरोना की बीमारी को रोकने और इसकी चेन तोड़ने के लिए सरकार ने देश में कर्फ्यू और लाकडाउन लगा दिया । इसी कारण चण्डीगढ भी इस कर्फ्यू और लाकडाउन से अछूता नहीं रहा । 
चण्डीगढ प्रशासन में काम करने वाले सैकडों कर्मचारी तो रिटायर हो गए लेकिन कर्फ्यू और लाकडाउन के कारण न तो उनको रिटायरमैण्ट बैनिफिट मिले ना ही पैन्शन बनी । ऐसी परिस्थिति में चण्डीगढ प्रशासन के कर्मचारी सरकारी मकान में ही रहते रहे । ना तो वो कहीं अपना मकान बना पाए ना ही खरीद सके । यूटी इम्प्लाइज हाउसिंग वेल्फेयर सोसायटी चण्डीगढ के प्रधान बलविन्दर सिंह ने कहा कि अभी तक तो कर्फ्यू और लाकडाउन के कारण रिटायर हुए कर्मचारियों के पैन्शन के केस भी नहीं तैयार हुए हैं । जब तक कर्मचारियों को पैसा नहीं मिलेगा तब तक कर्मचारी कहीं भी रहने के लिए अपने मकान का जुगाड़ नहीं कर पाएंगे । 
यूटी इम्प्लाइज हाउसिंग वेल्फेयर सोसायटी चण्डीगढ के प्रधान बलविन्दर सिंह और महासचिव डॉ० धर्मेन्द्र ने बताया कि यूटी इम्प्लाइज हाउसिंग स्कीम में लगी कन्डीशन के कारण यूटी इम्प्लाइज चण्डीगढ, पंचकूला और मोहाली में मकान नहीं ले सकते ।

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