चण्डीगढ़ - हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार द्वारा गेहूं खरीद के भुगतान पर नए-नए फरमान जारी करके प्रदेश के आढ़ती व किसानों को नजायज तंग किया जा रहा है। यहां तक कि सरकार द्वारा बारिश के कारण गेहूं की चमक कम होने (लोसट लोस) के नाम पर आढ़ती से 4.81 रुपए और 9.62 रुपए प्रति क्विंटल काटने का फरमान जारी किया है जो उचित नहीं है। इससे आढ़तियों में बड़ा भारी रोष है। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि बारिश के कारण थोड़ा बहुत गेहूं का रंग फीका होने में आढ़ती का क्या कसूर है। जो सरकार आढ़तियों पर यह दंड लगा रही है। इतना ही नहीं हरियाणा सरकार द्वारा पत्र जारी करके आढ़ती व किसान की लेन-देन की डिटेल आढ़तियों से मांगना व फार्म भरवा कर मार्केट बोर्ड व बैंकों आदि में जमा कराने के आदेश देना सरासर गलत है। इस आदेश से यह सब सिद्ध हो जाता है कि किसान व आढ़ती का जो सदियों पुराना रिश्ता है उसे सरकार खराब करना चाहती है। जबकि आढ़ती व किसान का आपसी लेनदेन की जानकारी मांगने का कोई औचित्य नहीं है।  आने वाले समय में ऐसे फरमानों से किसान, आढ़ती व सरकार सभी को नुकसान उठाना पड़ेगा। गर्ग ने कहा कि अनाज की खरीद व भुगतान जो पहले आढ़तियों के माध्यम से होता आया है सरकार को उसी तरह खरीद व भुगतान करना चाहिए व बारिश के कारण गेहूं का रंग फीका होने पर आढ़ती का कोई कसूर नहीं इसलिए आढ़ती का किसी प्रकार का पैसा ना काटा जाए ।

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  1. सरकार को ऐसा नहीं करना चाहिए बल्कि किसानों का साथ देना चाहिए

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