- गरीबों के खून-पसीने की कमाई को मिंटो में हड़प रहे डीलर, बनाया जा रहा है एक और अवैध कालोनी|
चंडीगढ़ प्रवेश फरण्ड :
प्रशासन के अफसर सोए हुए हैं। शहर में भू-माफिया ने एग्रीकल्चर लैंड पर कॉलोनियां काट दी हैं। दड़वा में खेती की जगह वाले जमीन पर रेजिडेंशियल प्लॉट काटकर बेचे जा रहे हैं। इस्टेट ऑफिस के अफसरों की मिलीभगत से यह खेल चल रहा है। नियमों के अनुसार इस जमीन पर सिर्फ एग्रीकल्चर एक्टिविटी की जा सकती है। भू-माफिया के इस खेल का स्टिंग ऑपरेशन किया गया तो दड़वा के अंदर बैठे डीलर अवतार सिंह काका के नेतृत्व में संजय ढिल्लो, हीरावती, हरजिंदर कौर, दया राम, बाबा देव नाथ, आयनर, कुमर पाल, शीश पाल द्वारा खेती वाली जगह कालोनी काट कर धड़ल्ले से बेच रहे हैं। सवाल यह खड़ा होता है कि अगर प्रशासन अभी सोया हुआ है तो जब गरीबों डीलरों द्वारा लूट जाएंगे क्या फिर कार्रवाई की जाएगी। डीलर ने बताया कि वे पावर ऑफ अटॉर्नी पर ये प्लॉट दे रहे हैं अभी, क्यों कि अभी इसकी रजिस्टरी बंद है। इससे साफ जाहिर है किस प्रकार चंडीगढ़ प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों, इस्टेट ऑफिस और शहर के भू-माफिया की मिलीभगत से शहर की जनता को अवैध ढंग से जमीन बेची जा रही है। जिसकी न तो रजिस्टरी हो सकती है और न ही इस जमीन पर कोई कमर्शियल एक्टिविटी की जा सकती है। प्लॉट काटकर लोगों को सात लाख का मरला बेचा जा रहा है। शहर में अगर कोई आम आदमी अपने घर में कोई मामूली सा बदलाव कर ले या एक ईट भी फालतू लगा ले, तो चंडीगढ़ प्रशासन का हाउसिग बोर्ड और इस्टेट ऑफिस फौरन नोटिस देकर कार्रवाई करने चला आता है। लेकिन दड़वा के अंदर एग्रीकल्चर लैंड पर अवैध तरीके से शहर के भू-माफिया प्लॉट काटकर लोगों को बेच रहे हैं। इस्टेट ऑफिस, भू-अधिग्रहण विभाग और अतिक्रमण हटाओ दस्ते के अधिकारी सोए हुए हैं। या फिर भू-माफिया का ये सारा खेल चंडीगढ़ प्रशासन के अफसरों की शह पर चल रहा है।
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