•      पीजीआईएमईआर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए एक सप्ताह तक चलने वाला अभियान शुरू करेगा



चंडीगढ़,  

 सामुदायिक चिकित्सा विभाग और स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ (डीसीएम और एसपीएच), पीजीआईएमईआर ने सीसीआरवाईएन-सेंटर फॉर माइंड बॉडी मेडिसिन फॉर  योगा   इंटरवेंशन, पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के सहयोग से  14 से 21 जून, 2021 तक  “योग हाय! बीपी बाय !!" एक सोशल मीडिया अभियान की शुरुआत करने  जा रहा  है। इस विशेष अभियान का उद्देश्य गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) की रोकथाम, विशेष रूप से उच्च रक्तचाप से संबंधित तथा अन्य गतिविधियों को योग के माध्यम से उनके प्रबंधन को मजबूत करना है।


इस अभियान के मुख्य समन्वयक डॉ. सोनू गोयल, प्रोफेसर, सामुदायिक चिकित्सा विभाग और सार्वजनिक स्वास्थ्य स्कूल, पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़,  ने कहा, "उच्च रक्तचाप एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है जो कि स्ट्रोक, कोरोनरी हृदय रोग और वृक्कीय विफलता के लिए महत्वपूर्ण जोखिम कारकों में से  एक   है। रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए कम खर्चीले गैर-औषधीय विकल्पों की आवश्यकता है। जिसमे योग एक ऐसा 'लागत प्रभावी विकल्प' हो सकता है। इस अभियान की परिकल्पना आगामी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, 2021 को चिह्नित करने के लिए की गई है, जो हर साल 21 जून, 2021 को मनाया जाता है।"


डॉ अक्षय आनंद, प्रभारी प्रोफेसर, सीसीआरवाईएन सेंटर फॉर माइंड बॉडी मेडिसिन  फॉर  योगा    इंटरवेंशन,और प्रोफेसर, न्यूरोलॉजी विभाग, पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ ने कहा "अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के एक हालिया वैज्ञानिक बयान से यह भी पता चलता है कि 120/80 एमएम एचजी से अधिक रक्तचाप के स्तर वाले सभी व्यक्तियों के लिए अनुवांशिक ध्यान और योग जैसे वैकल्पिक तरीकों पर विचार करना उचित है, जो कि रक्तचाप को कम करने के लिए सहायक तरीके हैं, और जो न केवल आपको खुशी देता है बल्कि आपकी प्रतिरक्षा भी बढ़ाते  है ।"


डॉ निधि जसवाल, तकनीकी समन्वयक (उच्च रक्तचाप), एसएमएचएसपी परियोजना, सामुदायिक चिकित्सा विभाग और सार्वजनिक स्वास्थ्य स्कूल, पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ ने साझा किया कि एक सप्ताह के इस अभियान में विविध गतिविधियां तथा प्रतियोगिताएं शामिल होंगी।


विभाग '21 मिनट योग 21 तक' नामक खुली और मुफ्त योग कक्षाएं आयोजित करेगा जिसमें शक्ति योग, हंसी योग, कुर्सी योग, चेहरा योग, भांगड़ा योग, जुंबा, ध्यान और प्राणायाम आदि शामिल होंगे। इसके अलावा कार्यक्रम में स्लोगन लेखन, लघु योग वीडियो और 'योग आसन मुद्रा' फोटो प्रतियोगिता जैसी प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। जिसमें संबंधित विषय पर पोस्टर, पैम्फलेट, ब्रोशर और हैंडबुक सहित साक्ष्य आधारित जागरूकता सामग्री तीन भाषाओं- अंग्रेजी, हिंदी और पंजाबी में विकसित की जाएगी। इसे विभिन्न शैक्षिक और व्यावसायिक संगठनों, सार्वजनिक और निजी कार्यालयों आदि में भी वितरित किया जाएगा।

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