चंडीगढ़
मौजूदा दौर में तेजी से बदलते खानपान के बीच खुद को स्वस्थ रखने और बीमारियों से बचाव की चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। अनियमित खानपान के चलते सबसे ज्यादा बीमारियों का डर बढ़ जाता है। ऐसे में हम अपने डाइट में सुधार कर स्वस्थ रह सकते हैं। वैसे भारतीय परिवारों में हर घर में दाल का प्रयोग किया जाता है। इसमें सबसे अधिक तुअर, चना, मूंग, मसूर के साथ उड़द की दाल भी घर काफी पसंद की जाती है। यह बात अलग है कि अधिकतर लोगों को उड़क की दाल पसंद नहीं आती, लेकिन अगर इसके विभिन्न स्वास्थ्य लाभों और उच्च पोषण मूल्यों पर नजर डालें, तो इसको लेकर सामान्य धारणा बदल सकती है। वैसे इसका प्रयोग साउथ इंडियन भोजन जैसे डोसा, इडली, वड़ा आदि बनाने में किया जाता है। इसकी वजह इसमें पोषक तत्वों की मात्रा है। इसमें आयरन, प्रोटीन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी, आदि भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
ये फायदे
उड़द दाल हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद है। इसके सेवन से ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में सहायता मिलती है, इसमें पोटेशियम, कैल्शियम, फास्फोरस आदि भरपूर मात्रा में होता है जिससे हड्डियां हेल्दी और मजबूत रहतीं हैं। इस दाल में भरपूर मात्रा में डायटरी फाइबर होता है और ब्लड में शुगर और ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। ऐसे में मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति को उड़द की दाल का सेवन जरूर करना चाहिए। उड़द दाल में घुलनशील फाइबर होता है जो पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करता है, जबकि अघुलनशील फाइबर कब्ज की समस्या को दूर रखता है, इसलिए पाचन में सुधार करने में उड़द दाल काफी मदद करती है। उड़द की दाल में मौजूद पोटेशियम रक्त वाहिकाओं और धमनियों में तनाव को कम करने में सहायक होता है, जिससे धमनी की दीवार सुरक्षित रहती हैं, जिससे हार्ट भी हेल्दी बना रहता है। ऐसे में हार्ट को हेल्दी रखने के लिए रोजाना उड़द दाल का सेवन करें। इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट गुण हैं जो शरीर में दर्द और सूजन को कम करने में काफी सहायक हैं। यह मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द को भी कम करता है
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