: संयुक्त पंजाब के औद्योगिक क्षेत्रों में विकास को लेकर बनी असमंजसता हुई खत्म
: एचएसआईआईडीसी के माध्यम से होगी स्पेशल रिपेयर, जनसुविधाएं मुहैया कराएंगी पालिका
चंडीगढ। संयुक्त पंजाब के समय के पुराने औद्योगिक क्षेत्रों में ढांचागत विकास के लिए तरस रही औद्योगिक इकाईयों को संजीवनी मिलने जा रही है। हरियाणा सरकार द्वारा इन औद्योगिक क्षेत्रों में विभिन्न विभागों में फंसे पेंच का निपटान करते हुए ढांचागत सुधार करने की दिशा में कदम उठाए गए हैं। शुरूआती चरण में एचएसआईआईडीसी द्वारा स्पेशल रिपेयर की जाएंगी और उसके बाद पालिकाएं व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखेंगी।
आज यहां जानकारी देेते हुए शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने बताया कि संयुक्त पंजाब के समय के पुराने औद्योगिक क्षेत्रों में बदहाल व्यवस्थाओं पर संज्ञान लेते हुए सरकार ने विभिन्न विभागों के तालमेल के साथ इन क्षेत्रों में ढांचागत विकास की संरचना को मजबूत करने की रणनीति तैयार कर ली है। इस संबंध में बुलाई गई एक महत्वपूर्ण बैठक में मंत्री कविता जैन ने शहरी स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण, निदेशक नितिन कुमार यादव, आयुक्त नगर निगम सोनीपत, अतिरिक्त आयुक्त नगर निगम गुरूग्राम, मुख्य अभियंता मुख्यालय शहरी स्थानीय निकाय विभाग, मुख्य अभियंता एचएसआईआईडीसी, अधिशासी अभियंता एचएसआईआईडीसी, डिप्टी डायरेक्टर प्रथम एवं द्वितीय अग्निश्मन शहरी स्थानीय निकाय विभाग के साथ विचार विमर्श किया था। 
बैठक में बताया गया कि वर्तमान में सरकार के किसी विभाग द्वारा इन पुराने औद्योगिक क्षेत्रों में प्राथमिक सुविधाओं सडकों की रिपेयर, पेयजलापूर्ति, गंदे पानी की निकासी, बरसाती पानी की निकासी और स्ट्रीट लाइट का रखरखाव नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते इन औद्योगिक क्षेत्रों में व्यापारियों की मुश्किलें बढी। हाल ही में यमुनानगर और पानीपत के पुराने औद्योगिक क्षेत्र में स्पेशल रिपेयर कराने के लिए सरकार से बजट मुहैया कराने पर भी चर्चा की गई। 
मंत्री कविता जैन ने कहा कि बैठक में यह तय हुआ है कि एचएसआईआईडीसी सोनीपत में कालुपूर चुंगी के पास स्थित पुराने औद्योगिक क्षेत्र की स्पेशल रिपेयर का एस्टीमेट जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग एवं नगर निगम सोनीपत के साथ सामंजस्य स्थापित करते हुए तैयार करेगा। इसके बाद एचएसआईआईडीसी स्पेशल रिपेयर कराकर सभी जनसुविधाओं के रखरखाव की जिम्मेदारी नगर निगम सोनीपत को सौंप देगा। वहीं स्पेशल रिपेयर पूरी नहीं होने तक रखरखाव एचएसआईआईडीसी द्वारा ही कराया जाएगा। वहीं इसी तर्ज पर प्रदेश के अन्य पुराने औद्योगिक क्षेत्रों का भी एस्टीमेट तैयार किया जाएगा, ताकि व्यापारियों को सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें।  
मंत्री कविता जैन ने बताया कि हरियाणा गठन से पूर्व यमुनानगर, पानीपत, बहादुरगढ, सोनीपत, गुरूग्राम और रोहतक में औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किए गए थे। इसके बाद समय-समय पर हुए औद्योगिक क्षेत्रों के विकास में यह क्षेत्र पुराने होते गए और इनमें उपलब्ध कराए जाने वाली सुविधाएं कम होती चली गई। इसका असर न केवल औद्योगिक इकाईयों के उत्पादन और व्यापार पर पडा, अपितु सरकारी राजस्व को भी हानि होना शुरू हो गई। पहले उद्योग विभाग के पास इन औद्योगिक क्षेत्रों के रखरखाव की जिम्मेदारी थी, जिसे वर्ष 2012 में एचएसआईआईडीसी को सौंप दिया गया। लेकिन व्यापारियों को जरूरी सुविधाएं नहीं मिल रही थी। इस संबंध में कुछ समय पूर्व पुराने औद्योगिक क्षेत्र के व्यापारियों ने उनमें मामले में हस्तक्षेप करते हुए बाधाएं दूर करने की मांग की थी। मंत्री कविता जैन ने कहा कि अब प्रदेश के इन पुराने औद्योगिक क्षेत्रों में हरसंभव सुविधाएं योजनाबद्ध तरीके से मुहैया कराई जाएंगी, ताकि व्यापार की गति तेज हो सके। 

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