महौबा - (ब्यूरो) 




अक्सर शादियों में किसी न किसी बात को लेकर विवाद होते हुए देखा जाता है| लेकिन एक शादी में विवाद का जो मामला सामने आया है उसके पीछे की वजह बेहद अलग है| वो ऐसे कि शादी तय होने से लेके बारात आने तक सबकुछ ठीक था| दुल्हन के दरवाजे बारात आ भी गई… इसके बाद भी सब बढ़िया ही रहा| पर जैसे ही जयमाला का समय आया तो दुल्हन ने दूल्हे के गले में माला डालने से मना कर दिया| दुल्हन बोली उसे पता लगा है कि दूल्हा पढ़ा-लिखा नहीं है| अगर यह सच नहीं है तो मैं दूल्हे से एक सवाल पूछूंगी| यदि दूल्हे ने इसका जबाब दे दिया तो मैं जयमाला का रस्म भी अदा करूंगी और शादी की सारी रस्में निभाऊंगी| लेकिन दूल्हा अगर मेरे सवाल का जबाब न दे पाया तो मैं यह शादी हरगिज नहीं करने वाली|


दुल्हन का दूल्हे से सवाल- दो का पहाड़ा सुनाओ…


बतादें कि, दुल्हन ने दूल्हे से सवाल के रूप में दो का पहाड़ा पूछा| आप अब सोच रहें होंगे कि दुल्हन ने भी बड़ा सरल सवाल पूछा डाला| दो का पहाड़ा तो बच्चा-बच्चा सुना ले| लेकिन दो का पहाड़ा दूल्हा नहीं सुना पाया| जिसके बाद दुल्हन आग-बबूला हो गई और इस शादी को करने से मना कर दिया| दुल्हन ने दूल्हे से बिन शादी ही घर लौट जाने को कहा| दुल्हन ने कहा कि मैं ऐसे व्यक्ति से शादी नहीं कर सकती जो बिलकुल पढ़ा-लिखा ही नहीं है| दो का पहाड़ा तक नहीं सुना पाया| फिलहाल, दूल्हे का न पढ़े-लिखे होने की बात सामने आने पर मौके पर विवाद खड़ा हो गया| वहीं दो का पहाड़ा न सुना पाने पर दूल्हे की बेइज्जती भी होते हुए दिखी| आपको बतादें कि, शादी में विवाद का यह मामला उत्तर प्रदेश के महोबा जिले का है|


समझौता हुआ….


अब जब यह शादी नहीं हो सकती थी तो फिर दोनों पक्षों में समझौता किया गया| थाने तक यह बात पहुँची| हालांकि दूल्हा पक्ष पर यह बात छुपाने पर कार्रवाई नहीं की गई| थानेदार ने दोनों पक्षों में लिखित में समझौता करा दिया| समझौता में लिखा गया कि दोनों पक्ष ने जो भी लिया-दिया है| उसको एक-दूसरे को वापिस करेंगे| इसके साथ दूल्हा पक्ष दुल्हन पक्ष को शादी व्यवस्था में खर्च राशि जो कि 4 लाख के करीब है उसको अदा करेगा|

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