चण्डीगढ़ ( ब्यूरो )
अरब सागर में बने चक्रवाती तूफान व संभावित पश्चिमीविक्षोभ के आंशिक प्रभाव से उत्तर भारत में आज मौसम में बदलाव संभावित है। मौसम विभाग ने कल और परसों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं राहत की बात यह है, कि सौराष्ट्र में आकर यह तूफान कमजोर पड़ गया है।
हरियाणा कृषि मौसम विभाग के मुताबिक जैसा कि पहले ही पूर्वानुमान दिया था उसी अनुसार 13-14 मई को अरबसागर के दक्षिणपूर्व में एक कम दबाब का क्षेत्र बना जो कल 16 मई रात्रि को ताउते साइक्लोन ने अति सीवियर साइक्लोन का रूप धारण कर लिया व यह उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ आगे बढते हुए गुजरात के तटों के आसपास आज 17 मई देर रात्रि या 18 मई सुबह तक पहुंचने की संभावना बन रही है।
18 मई को ही इसका लेंडफाल होने की संभावना है। जिससे इसकी तीव्रता में कमी होने की पूरी संभावना है जिससे यह साइक्लोन व बाद में डिप्रेशन का रूप ले लेगा। इस अरबसागर में आये चक्रवाती तूफान ताउते के कारण गुजरात राजस्थान होते हुए नमी वाली हवाएँ हरियाणा राज्य की तरफ बढ़ने व एक संभावित पश्चिमीविक्षोभ के आंशिक प्रभाव से राज्य में मौसम में बदलाव संभावित है।
आज रात से 20 मई के बीच राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में तेज हवायों व गरजचमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश व कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश की भी संभावना है। इस वेदर सिस्टम का प्रभाव 21 मई को कम हो जाने की संभावना से राज्य में 21 मई को भी कुछ एक स्थानों पर हवायों के साथ हल्की बारिश व बाद में मौसम खुश्क संभावित।
मौसम आधाररत कृषि सलाह :
अगले चार दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना को देखते हुए नरमा व अन्य खरीफ फसलों की बिजाई 21 मई तक रोक ले व बाद में मौसम साफ होने पर ही करे।
गेहूं के भूसे/तूड़ी व घर में खुले में पड़े अनाज को ढक ले व सुरक्षित स्थानों पर अवश्य रख लें।
सब्जियों, बागों व खड़ी फसलों में सिंचाई व रासायनिक छिड़काव अगले चार दिन अवश्य रोक ले।
बारिश की संभावना को देखते हुए फसलों व सब्जियों में जल निकास का उचित प्रबंध करे ताकि बारिश का ज्यादा पानी फसलों व सब्जियों में ज्यादा समय तक खड़ा न रह सके।
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