चंडीगढ़। महर्षि दयानंद पब्लिक स्कूल दरिया, चंडीगढ़ में विद्यार्थियों
द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग चंडीगढ़ प्रशासन के सहयोग से
साइंटिफिक मॉडल्स प्रदर्शनी का आयोजन विद्यालय परिसर में किया गया। इसका
उदघाटन डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी नई दिल्ली के सचिव रविन्द्र
तलवाड ने किया। गांव के सरपंच गुरप्रीत सिंह हैप्पी विशेष अतिथि बतौर
उपस्थित थे। उन्होंने साइंस प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा
विद्यार्थियों द्वारा बनाये गए मॉडलों को सराहा। इस एग्जीबिशन में
स्काउट्स और गाइड्स ने साइंस की लोकप्रियता को बढ़ावा लिए विभिन्न मॉडल्स
प्रदर्शित किये।
अंकुश और चेतन ने मॉडल के माध्यम से बताया की विज्ञान के बढ़ते
प्रभाव से भी हम पर्यावरण को स्वच्छ बना सकते हैं। उन्होंने बताया की
नवीनीकरण ऊर्जा का प्रयोग प्राकृतिक संसाधनों पर अनुकूल प्रभाव डालता है।
दीपिका और मुस्कान ने प्रस्तुत मॉडल के आधार पर बताया कि वाहनों और
फैक्ट्रियों से निकलने वाले वाला धुआँ प्रदूषण फैलाता है। इससे मनुष्य
तथा जीव- जन्तुओं का अस्तित्व खतरे में है। पर्यावरण को बचाने के लिए
नवीन तकनीक का प्रयोग करना होगा। रोहित और आयुष ने बताया की हमें
अपने घरों, गलियों, तथा सडक़ों पर सोलर लाइट का अधिक से अधिक यूज करना
चाहिए। आकाश और आनंद ने विंडमिल मॉडल के आधार पर ऊर्जा की क्षमता
को प्रोत्साहित करने पर बल दिया। सीशान्त और सारथी ने मॉडल द्वारा पानी
के सही उपयोग को दर्शाया ।उन्होंने बताया कि ग्लोबल वार्मिंग
के कारण ग्लेशियर पिघल रहे हैं यदि यही क्रम चलता रहा तो धरती पानी में
समा जाएगी। आरती, अर्चना और सनी ने अपने मॉडल से ट्रांसपोर्ट
व्यवस्था को बहेतर बनाने का सन्देश दिया। लवकुश और मोहित ने मौसमों
में आ रहे बदलाव को बखूबी पेश किया। इस प्रदर्शनी में विद्यार्थियों ने
एनिमल सैल्स, वेस्ट को बेस्ट बनाना, कूड़ा -करकट के निपटान की
प्रक्रिया, फूलों का अध्ययन,शारीरिक सरंचना आदि को मॉडलों के अन्तर्गत
दर्शाया। सीनियर वर्ग और जूनियर वर्ग में बढिय़ा मॉडल बनाने
वालेस्टूडेंट्स को पुरस्कारदेकर सम्मानित किया गया।
स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि इस प्रदर्शनी का
मुख्य उद्देश्य लोगों को साइंस की बढ़ती लोकप्रियता से अवगत करवाना था।
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