हरियाणा के कुरूक्षेत्र में आगामी 6 से 10 दिसंबर, 2016 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2016 बडे ही भव्य रूप से मनाया जाएगा, जिसमें गीता पर शोध करने वाले, गीता पर ब्लाग लिखने वाले और गीता से जुड़ी अन्य हस्तियां व जाने-माने व्यक्ति, जो अन्य क्षेत्रों मेें कार्यरत हैं, परंतु किसी न किसी प्रकार से उन्होंने गीता को बढ़ाने में अपना एक योगदान दिया है, को आमंत्रित किया जाएगा। इसके अलावा, विभिन्न देशों के विद्धानों को भी आमंत्रित किया जाएगा, जिनका संबोधन होगा। देश के राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2016 में मुख्य अतिथि होंगे तथा विभिन्न कार्यक्रमों व योजनाओं का उदघाटन व शुरूआत भी करेगें।
यह जानकारी आज यहां मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2016 के संबंध में आयोजित एक बैठक में दी गई।
बैठक में बताया गया कि देश के विभिन्न क्षेत्रों व स्थानों से 574 प्रतिभागी गीता के लिखे श£ोकों के पारम्परिक परिधानों को धारण कर अपने-अपने क्षेत्र से आगामी 6 दिसंबर को पवित्र नगरी कुरूक्षेत्र में पहुंचेंगें और उसके पश्चात वे अपने वस्त्रों को दान स्वरूप देकर जाएंगें और उन वस्त्रों को बहुत ही भव्य तरीके से सजाकर एक संग्रहालय या मोबाइल संग्रहालय बनाया जाएगा ताकि आगंतुकों के लिए एक याद के रूप में दर्शाया जा सके। इन प्रतिभागियों की फोटो व संक्षिप्त विवरण सहित एक काफी टेबल पुस्तक भी तैयार की जाएगी। इसके अलावा, 18 हजार युवक व युवतियां इस महोत्सव में भाग लेंगे, जो गीता के सारभूत 18 श्लोकी गीता का वैश्विक पाठ करेंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों को प्रस्तुत करने के लिए देश-विदेश से विभिन्न टीमों को आमंत्रित किया गया है जो इस कार्यक्रम के दौरान अपनी रंगारंग प्रस्तुति देगें।
बैठक में बताया गया कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2016 में विभिन्न देशों के राजदूतों सहित वहां की जानी-मानी हस्तियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। इसके अलावा, केन्द्रीय मंत्रियों सहित अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों व राज्यपाल व मंत्रियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के प्रमुखों को भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2016 में आमंत्रित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न विश्वविद्यालयों, जहां गीता पर शोध हुआ है और गीता के बारे में ज्ञान दिया जाता है, से जुड़े लोगों को भी आमंत्रित किया जाएगा और उनका संबोधन होगा। महोत्सव में विभिन्न देशों के विद्धानों को भी आमंत्रित किया जाएगा, जिनका संबोधन होगा। स्वर्ण जयंती उत्सव कमेटी के सभी सदस्यों को भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2016 में आमंत्रित किया जाएगा।
बैठक में बताया गया कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2016 के दौरान पूरे प्रदेश में भी यह आयोजन खंड स्तर और जिला स्तर पर आयोजित होगें, जिसमें गीता यज्ञ, प्रवचन के साथ-साथ विभिन्न प्रतियोगिताएं व सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंंगे। इसके अलावा, जन समुदाय भागेदारी के माध्यम से स्वच्छता, पौधारोपण तथा अन्य सामाजिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगें। महोत्सव के दौरान सेमीनार आयोजित करके स्थानीय स्तर पर विभिन्न संतों व विद्धानों को भी जोड़ा जाएगा।
बैठक में बताया गया कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2016 से पहले पवित्र नगरी कुरूक्षेत्र को साफ-सुथरा रखने के लिए 1500 से ज्यादा कूड़ादान लगाए जाएंगें ताकि शहर साफ-सुथरा रहे। इसके अलावा, कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड के माध्यम से ई-रिक्शाओं को संचालित किया जाएगा ताकि लोगों को एक शटल सेवा प्रदान की जा सके। महोत्सव के दौरान लोगों की सुविधा के लिए हरियाणा परिवहन विभाग के माध्यम से विभिन्न बसों की व्यवस्था की जाएगी जो निर्धारित रूट पर संचालित होंगी।
बैठक में बताया गया कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2016 के दौरान शोभा यात्रा का आयोजन भी किया जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2016 इस बार कारावास में बंदियों के साथ भी मनाया जाएगा और प्रत्येक जेल में यज्ञ आयोजित करवा कर बंदियों को प्रेरणा दी जाएगी और उन्हें उत्साहित किया जाएगा। इसके अलावा, देश के सैनिकों- वीर जवानो-हार न मानो- के मूलमंत्र के साथ गीता महोत्सव को भी आयोजित किया जाएगा।
बैठक में स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, विधायक सुभाष सुधा, मुख्य सचिव श्री डी.एस. ढेसी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, सूचना, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. राकेश गुप्ता, जन संपर्क एवं भाषा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती धीरा खण्डेलवाल, शहरी स्थानीय विभाग के प्रधान सचिव श्री आनंद मोहन शरण, अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2016 के नोडल अधिकारी श्री अनिल कुमार, सूचना, जन संपर्क एवं भाषा विभाग के निदेशक श्री समीर पाल सरो, राज्यपाल के सचिव श्री अमित कुमार अग्रवाल, कुरूक्षेत्र की उपायुक्त सहित कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड, कुरूक्षेत्र प्रशासन व कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के अधिकारी व पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
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