चंडीगढ़,: मैक्स सुपर स्पैशिएलिटी हॉस्पिटल, मोहाली द्वारा पंजाब सीएम हाउस, सेक्टर 2 में आज ‘किडनी केयर और अंग दान’ पर एक हेल्थ टॉकआयोजित की गई जिसमें 110 सीआरपीएफ जवानों ने हिस्सा लिया।
डॉ.मुनीष चौहान, सीनियर कंसल्टेंट, नैफ्रोलॉजी और ट्रांसप्लांट फिजिशियन ने उपस्थित सीआरपीएफ जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘‘किडनी, शरीर का एकमहत्वपूर्ण अंग है जो कि कई कार्यों को अंजाम देता है और इसके कारण ये कई सारी समस्याओं का भी आसानी से शिकार बन जाता है और कई बार विपरीतपरिस्थितियां पैदा होने पर इसमें टॉक्सिन की मात्रा बढ़ जाती हैं। किडनी रोगों के गंभीर होने या उनसे सुरक्षा के लिए इनकी जल्द पहचान जरूरी है और इसके साथ हीतेजी से इलाज प्रक्रिया शुरू करने से किडनी फेल होने की प्रक्रिया को काफी धीमा किया जा सकता है। शुरुआत में ही इलाज प्रदान करने के साथ ही मेडिकल केयर सेगंभीर किडनी रोग का बढऩा रोका जा सकता है और इससे डायलसिस की जरूरत या किडनी बदलने की जरूरत से बदला जा सकता है।
डॉ.चौहान ने कहा कि डायबटीज और हाई ब्लड प्रेशर से किडनी रोग का जोखिम हो सकता है। खानपान की खराब हालात, धूम्रपान पीना और मोटापा भी किडनी रोग केबढ़ते जोखिम से जुड़े हुए हैं।
उन्होंने बताया कि रिसर्चर्स ने पाया है कि ऐसे लोग जिनके खानपान की गुणवत्ता काफी खराब होती है और इनमें रेड और प्रोसेस्ड मीट की मात्रा अधिक होती है, चीनीआदि मिठास युक्त शीतल पेय और सोडियम आदि पीने, फलों, सब्जियों, मेवों आदि की कमी, संपूर्ण अनाज और कम फैट वाले डेयरी उत्पादों को कम खाने वालों मेंकिडनी रोग विकसित होने की संभावना अधिक होती है।
किडनी रोग के जोखिम को कम करने के टिप्स देते हुए डॉ.चौहान ने अपने खाने में सोडियम को कम करने की सलाह के साथ ही रेड मीट और चीनी की खपत कम करनेऔर सोडा और प्रोसेस्ड फूड्स को नजरअंदाज करने का सुझाव भी दिया है।
إرسال تعليق